पूर्णिया. सांसद प्रवक्ता राजेश यादव ने बिहार सरकार द्वारा शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति लागू करने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने इसे बिहार के युवाओं के संघर्ष और सांसद पप्पू यादव के वर्षों से किये जा रहे अथक प्रयासों की सफलता बतायी. राजेश यादव ने कहा कि पप्पू यादव ने पटना से लेकर दिल्ली तक, लोकसभा से लेकर प्रशासनिक गलियारों तक, हर मंच से बिहार के युवाओं के अधिकार के लिए डोमिसाइल नीति की मांग को मुखरता से उठाया था. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर सांसद पप्पू यादव ने न सिर्फ लोकसभा में सरकार को घेरा, बल्कि सड़क पर भी उतरे और मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव समेत तमाम जिम्मेदार अफसरों को पत्र लिखा और संवाद किया. जब राज्य में महागठबंधन की सरकार थी, उसी दौरान इस नीति पर फैसला हो गया था, लेकिन नीतीश कुमार ने फिर पलटी मार दी और यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. आज जब डबल इंजन की सरकार लड़खड़ा रही है, तब जाकर उन्हें आम जनता और युवाओं की याद आयी है. यह उनकी राजनीतिक मजबूरी है, जबकि महागठबंधन का यह नैतिक और वैचारिक रूप से पुराना वादा था. उन्होंने इसे महागठबंधन की नैतिक जीत करार देते हुए कहा कि यह घोषणा बिहार के लाखों बेरोजगार युवाओं के लिए राहत की खबर है.
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