पूर्णिया. शिक्षा विभाग द्वारा संचालित किलकारी बिहार बाल भवन पूर्णिया द्वारा सावन मास में हरियर साओन उत्सव मनाया गया. हरियर सावन उत्सव सावन के महीने में मनाया जाने वाला एक उत्सव है, जो हरियाली और उत्साह का प्रतीक है. इस उत्सव में, महिलाएं हरे रंग की साड़ी पहनती हैं, मेहंदी लगाती हैं और सावन के गीतों पर झूमती हैं. इस उत्सव के दौरान बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. उत्सव के दौरान पारंपरिक गीत, संगीत और नृत्य प्रस्तुत किये गये. पूरे कार्यक्रम को दो सत्र में बांटा गया था. सर्वप्रथम साओन उत्सव की शुरुआत सुबह वृद्धाश्रम में फलदार पौधारोपण से किया गया. इस पूरे कार्यक्रम की रुपरेखा मनोज कुमार पोद्दार ने तय की थी. प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक त्रिदीप शील ने बताया कि द्वितीय सत्र में किलकारी के प्रांगण में बच्चों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. इसमें राधा कृष्ण को विशिष्ट अतिथियों द्वारा झूला में बैठा कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. उत्सव के दौरान मेंहदी रचो-रचाओ का कार्यक्रम रखा गया, जो माताओं और बहनों के लिए खास महत्व रखता है. बच्चों के फैंसी ड्रेस कंपटीशन भी आयोजित किये गये. इसमें बच्चे द्वारा अलग-अलग राज्य के वेशभूषा- परिधानों में नजर आये. प्राकृतिक चीजों जैसे पौधों की पत्तियां तथा बालू , मिट्टी इत्यादि से संबंधित चीजों से प्राकृतिक ज्वेलरी बच्चों द्वारा तैयार की गयी. पेंटिंग प्रतियोगिता बच्चों के बीच करायी गयी. इसमें बच्चों के अंदर एक सृजनात्मक रचनात्मक गुण विकसित हुआ. इसके साथ छह दिवसीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला आयोजित की गयी. इसमे बच्चों द्वारा तरह-तरह के कविताएं-कहानियां लिखी गयीं. कार्यशाला के दौरान जितनी भी कविताएं बच्चों ने लिखी, उसकी प्रदर्शनी तथा प्रस्तुति भी बच्चों द्वारा की गयी. सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान दो बच्चियों ने सावन से संबंधित कविता की भी प्रस्तुति दी. अंत में प्रमंडल रिसोर्स पर्सन रुचि कुमारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया. पूरे कार्यक्रम का समन्वयक प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक त्रिदीप शील, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी नेहा कुमारी, सहायक लेखा पदाधिकारी श्रेया कुमारी सभी बच्चे प्रशिक्षक एवं कर्मी द्वारा किया गया.
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