पूर्णिया. रूपौली के विधायक शंकर सिंह ने बिहार विधान सभा के पंचदश मानसून सत्र में शिक्षा व्यवस्था से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया.विधायक शंकर सिंह ने कहा कि राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों को अत्यंत कम मानदेय मिलता है, जो उनकी मेहनत और सेवा के अनुपात में उचित नहीं है. इसलिये सरकार को चाहिए कि इन रसोइयों के मानदेय में शीघ्र वृद्धि की जाए, जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिल सके. इसके साथ ही उन्होंने नियोजित शिक्षक, विशिष्ट शिक्षक, विद्यालय शिक्षक एवं सभी कोटि के शिक्षकों को एक ही नाम ””सहायक शिक्षक”” के रूप में मान्यता देने तथा समान वेतनमान प्रदान करने की मांग को मजबूती से रखा.विधायक शंकर सिंह ने यह भी कहा कि शिक्षक नियोजन नियमावली 2006, यथा संशोधित 2012 एवं 2020 के आलोक में 12 वर्षों से अधिक सेवा कर चुके नियोजित शिक्षकों को प्रोन्नति का लाभ देकर वेतन उन्नयन दिया जाना न्यायसंगत है.
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