बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए कृष्णा अल्लावरु को बिहार का प्रभारी बनाया है. प्रभारी बनने के बाद अल्लावरु गुरुवार को पहली बार पटना पहुंचे. जहां प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अल्लावरु ने कहा कि पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी दी है उसका निर्वहन करूंगा और सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मिलकर काम करूंगा. इसके बाद अल्लवारु कांग्रेस प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम पहुंचे, जहां उनके स्वागत को लेकर विशेष तैयारी की गई है.

बिहार कांग्रेस के लिए पुरानी जगह: अल्लावरु
पटना पहुंचने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “बिहार कांग्रेस के लिए पुरानी जगह है. सबके साथ मिलकर आज कांग्रेस को फिर से मजबूत करने की जिम्मेदारी मिली है. मजबूती से काम करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाएंगे.” वहीं, इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनौती जैसी भी हो, पूरी मेहनत करेंगे और मिलजुल कर उससे मुकाबला करेंगे.

तीन दिन तक पटना में रहेंगे अल्लावरु
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के नए प्रभारी अल्लावरु बिहार में तीन दिनों तक रहेंगे. बताया जा रहा है कि 22 फरवरी को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी बिहार आएंगे. इस दौरान खड़गे बक्सर में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और लोगों को मंच से संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम में बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी मौजूद रहेंगे.

RJD की बढ़ेगी परेशानी!
राजनीति के जानकार बताते हैं कि कांग्रेस के नए प्रभारी अल्लावरु बिहार में अपनी नई टीम भी बना सकते हैं. जिसमें आरजेडी के प्रति सहानुभूति रखने वाले नेताओं को जगह न मिलने की उम्मीद है. भले ही कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन में है लेकिन जिस तरह से आरजेडी ने दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी का साथ दिया है. उससे कांग्रेस खुश नहीं है. वही बिहार में कांग्रेस की पकड़ सवर्ण के साथ ही मुस्लिम मतदाताओं में है. जो कि आरजेडी का कोर वोटर है. जो कि आरजेडी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.
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