सत्तरकटैया . प्रखंड क्षेत्र में लंपी स्किन डिजीज की चपेट में आकर दर्जनों पशु बीमार हो गये हैं. लेकिन पशुपालन विभाग संज्ञान नहीं ले रहा है. यह डिजीज पिछले वर्ष से पशुओं के लिए मुसीबत बन गयी है. इस बीमारी में पशु के विभिन्न अंगों पर दाने निकल आते है. पशुओं को बुखार आ जाता है. खाना पीना छोड़ देता है और दाना फुटकर घाव बन जाता है. इस बीमारी से कई पशुओं की मौत भी हो जाती है. इस बीमारी से बचाव के नाम पर पिछले वर्ष टीकाकरण किया गया था. लेकिन टीकाकरण से कोई खास लाभ नहीं मिला. इस वर्ष फिर से यह बीमारी पशुओं में देखी जा रही है. सहरबा गांव निवासी मनोज यादव उर्फ़ दानी यादव का गाय व बछड़ा लंपी वायरस की चपेट में आ गया है. पिछले साल भी मनोज के गाय व बछड़ा को इस वायरस से तबाही हुई थी. जिसके कारण वह काफ़ी परेशान हैं. यह बीमारी जिस किसी के दरवाजे पर आती है, सभी मवेशी को चपेट में ले लेती है और पूरे गांव में धीरे-धीरे फैल जाती है.
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