बैठक से अनुपस्थित थे दोनों अधिकारी, बाढ़, सुखाड़ से निपटने को लेकर की गयी तैयारियों की डीएम ने की समीक्षा, तटबंधों के सतत पर्यवेक्षण की आवश्यकता पर दिया बल सहरसा . जिलाधिकारी दीपेश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित बैठक में संभावित बाढ़, सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए अब तक की गयी तैयारियों की समीक्षा की गयी. समीक्षा के क्रम में यह तथ्य उभरकर सामने आया कि सभी प्रखंड, जिला मुख्यालयों में वर्षा मापक यंत्र कार्यरत है व इससे प्राप्त आंकड़ों के प्रेषण के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. पूर्वी कोसी तटबंध सुपौल, पूर्वी कोसी तटबंध, चंद्रायन, पूर्वी कोसी तटबंध कोपरिया व पश्चिमी कोसी तटबंध निर्मली की वर्तमान स्थिति समीक्षा क्रम में संबंधित तकनीकी पदाधिकारियों ने तटबंधों के सुरक्षित होने के संबंध में अवगत कराया. जानकारी दी गयी कि आवश्यकनुसार स्पर की मरम्मत कार्य पूर्ण कर लिया गया है व तटबंधों की निरंतर निगरानी की जा रही है. साथ ही अन्य बाढ़ निरोधात्मक कार्यों को भी पूर्ण कर लिया गया है. आपदा प्रबंधन कार्यालय द्वारा खाद्य सामग्रियों से संबंधित निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद आपूर्तिकर्ता की पहचान कर ली गयी है. पर्याप्त संख्या में प्लास्टिक शीट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है. बाढ़ जन्य परिस्थिति की स्थिति में आकस्मिक कार्यों के लिए वर्तमान में 149 निजी नाव, 294 लाइफ जैकेट, 11 मोटरबोट उपलब्ध है. जिले में कुल 63 स्थल बाढ़ आश्रय स्थल के रूप में, 59 स्थल पशु शरण स्थल के रूप में, 124 स्थल सामुदायिक रसोई केंद्र एवं 113 शरण स्थली के रूप में चिन्हित किये गये हैं. स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से सभी 25 प्रकार की जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है. जिला पशुपालन कार्यालय द्वारा पशु चारा के क्रय के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है. वर्तमान में जिला पशुपालन कार्यालय के सौजन्य से 15 पशु शिविर क्रियान्वित हैं. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा क्रम में यह तथ्य उभरकर सामने आया कि संदर्भित कार्यालय द्वारा लक्ष्य के विरुद्ध 1872 चापाकलों की मरम्मत करायी गयी है. जबकि 109 नये चापाकलों का संस्थापन वर्तमान वित्तीय वर्ष में कराया गया है. बैठक में जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त नगर निगम एवं जिला के अन्य कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत, नगर परिषद को संबंधित क्षेत्रों में नालों की सफाई, व्यापक स्तर पर फोगिंग व सफाई व्यवस्था के और अच्छे प्रबंधन को लेकर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया. कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल, ग्रामीण कार्य विभाग को सड़कों की मरम्मत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. बैठक में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के कारण कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग एवं सिविल सर्जन के विरुद्ध कारण पृच्छा का निर्देश दिया. साथ ही महत्वपूर्ण बैठकों से लगातार अनुपस्थिति के कारण कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग का वेतन भी अगले आदेश तक अवरुद्ध कर दिया. बैठक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन संजीव कुमार चौधरी, नगर आयुक्त प्रभात कुमार झा सहित अन्य संबंधित मौजूद थे.
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