महिषी. क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा व कोसी बराज से नियमित जल निस्सरण किये जाने से दो तटबंधोंं के बीच अवस्थित झाड़ा पंचायत में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. बहोरवा से बेलडाबर जाने वाली कच्ची सड़क पर मंगरौनी से आगे पानी के ऑवर फ्लो होने से आधा दर्जन से भी अधिक गांव के हजारों की आबादी का आवागमन ठप पड़ गया है. खेतों में जलजमाव की वृद्धि से धन रोपनी का कार्य अवरुद्ध हो गया है. स्थानीय लोगों ने जानकारी देते बताया कि सोरबा, चौरा, झाड़ा, सिसौना, टिकोलवा, खैना, बिहना, बेलडाबर गांव में बाढ़ का पानी घिर चुका है, लेकिन अब तक कोई प्रशासनिक पहल नहीं हुई है. मुखिया पार्वती देवी, पूर्व मुखिया अरुण कुमार, पंसस प्रतिनिधि बिपिन पासवान सहित अन्य ने अंचल प्रशासन से तत्काल सभी जगहों पर नाव व नाविक की सुविधा बहाल किये जाने की मांग की है.
सड़क पर जलजमाव और कीचड़ की समस्या से लोग परेशान
सौरबाजार. बारिश की आस में आसमान की ओर टकटकी लगाए किसानों के चेहरे पर पिछले दो दिनों से बारिश शुरू होने के बाद रोनक लौटने लगी है और लोगों को गर्मी से भी राहत मिल रही है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश गलियों और सड़कों पर जलजमाव और कीचड़ की समस्या उत्पन्न हो गयी है. जो पंचायत और नगर पंचायत के विकास की पोल खोल रही है. प्रखंड के अधिकांश पंचायतों और गांव में सड़कों और गलियों में जलजमाव और कीचड़ की समस्या उत्पन्न हो गई है जहां पंचायत विकास मद से नाली और गली बनाया जाना चाहिए, वहां नहीं बन पाया है अगर कहीं बनाया भी गया है तो वह भी टूटकर पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, जिसपर वर्षा में चलने में अधिक परेशानी हो रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायत विकास के लिए प्रत्येक वर्ष खर्च हो रहे करोड़ों रुपये का जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा बंदरबांट कर लिया जाता है, जिसके कारण धरातल पर सही तरीके से काम नहीं हो पाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है