लाचार बेबस किसानों की चिंता सरकार को नहींः रंधीर कुमार सहरसा . भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी सीपीएम जिला सचिव रणधीर यादव ने कहा कि अषाढ़ गुजरने व सावन मास में भी बारिश नहीं होने के चलते अपने खेतों में उड़ रही धूल को देखते अन्नदाता किसान का कलेजा फट रहा है. किसी तरह बार-बार मोटर, मशीन से पानी देने के बाद धान का बिचरा बचाने के बाद बारिश के अभाव में सावन मास में भी रोपनी नहीं होने से किसान हताश-निराश व अपना सिर पीट रहे हैं. कुछ किसानों ने हिम्मत साहस करके पंप सेट से पटवन कर धान की रोपाई तो की, लेकिन वह अब सूख रहा है. यह सब देखते अपने भविष्य की चिंता करते किसान लाचार, बेबस हो अपनी जिंदगी व भाग्य को कोस रहे हैं. लेकिन इन लाचार बेबस किसानों की चिंता सरकार को नहीं है. कृषि रोड मैप का नारा लगाने वाली सरकार खेती व किसानी को भगवान भरोसे छोड़ किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर रही है. गांव घर में किसानों की चिंता एवं व्यथित कथा सुनने के बाद नेक दिल इंसान का कलेजा फटने लगता है. लेकिन सरकार को कोई गम नहीं है. उन्होंने पार्टी की ओर से बिहार सरकार से मांग किया कि किसानों को खेती के लिए अविलंब डीजल अनुदान राशि व अन्य सुविधाएं तुरंत उपलब्ध करायी जाये. जिससे किसानी व खेती को बचाया जा सके. सीपीएम जिला सचिव रंधीर यादव ने कहा कि सरकार किसानों की दुर्दशा एवं हालात को देखते अविलंब डीजल अनुदान सहित अन्य ठोस कदम नहीं उठाती है तो सीपीएम आंदोलन पर उतारू होगी.
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