दो महीने तक चलने वाले इस अभियान का डीएम आज करेंगे शुभारंभ, लगभग चार लाख है लक्षित लक्ष्य सहरसा . भारत सरकार के निदेशानुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दस्त से होने वाले शिशु मृत्यु को शून्य स्तर तक लाने के उद्देश्य से पिछले कई वर्ष से सघन दस्त नियत्रंण पखवाड़ा का आयोजन विभिन्न विभागों के समन्वय व सहभागिता से किया जा रहा है. इस क्रम में दस्त की रोकथाम अभियान का मंगलवार से जिले में शुभारंभ होगा. जिलाधिकारी दीपेश कुमार मंगलवार को सदर अस्पताल में इसका शुभारंभ करेंगे. जो मंगलवार से शुरू होगकर 14 सितंबर तक चलेगा. आयोजन विभिन्न विभागों स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, नगर एवं आवास विभाग, लोक स्वास्थ्य व अभियंत्रण विभाग के सहयोग से व सहभागिता से किया जायेगा. सिविल सर्जन ने कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से डायरिया के प्रसार को कम करना एवं इससे होने वाले शिशु मृत्यु का शून्य स्तर प्राप्त करना है. डायरिया से होने वाले मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण के साथ इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होना है. ओआरएस एवं जिंक के प्रयोग से डायरिया से होने वाली मृत्यु को टाला जा सकता है. अभियान के दौरान अंतर्विभागीय समन्वय द्वारा दस्त की रोकथाम के उपायों, दस्त होने पर ओआरएस एवं जिंक का प्रयोग की समझ, दस्त के दौरान उचित पोषण व समुचित इलाज के विभिन्न पहलुओं का कियान्वयन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इसके सफल संचालन के लिए सभी आशा द्वारा अपने-अपने पोषक क्षेत्रों में जन्म से पांच वर्ष के प्रति बच्चे को एक पैकेट ओआरएस एवं जिंक का एक स्ट्रीप 14 गोली वितरण किया जाएगा. कार्यक्रम से संबंधित सभी आशा, एएनएम, मेडिकल ऑफिसर, स्टाप नर्स, आंगनवाड़ी सेविकाओं का उन्मुखीकरण किया गया है. कार्यकम का पर्यवेक्षण स्वास्थ्य विभाग के साथ संबंधित सभी विभाग के जिला स्तरीय पदाधिकारियों, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, पर्यवेक्षक एवं सभी सहयोगी संस्थान द्वारा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शुन्य से पांच वर्ष की जनसंख्या वाले कुल लक्षित लाभार्थियों की संख्या तीन लाख 94 हजार 693 एवं कुल घरों की संख्या चार लाख 57 हजार 679 है. इसके लिए जिले में कुल 191 जिंक एवं ओआरएस कॉर्नर बनाया गया है.
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