सहरसा. जिले के सभी 10 प्रखंडों में बुधवार को जीविका दीदियों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालयों में सफाई सेवा की शुरुआत की. यह कदम ना केवल कार्यालय परिसरों को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है. बल्कि इससे जीविका दीदियों को आत्मनिर्भर बनने व अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने का अवसर भी मिलेगा. इस विशेष पहल का उद्घाटन प्रखंड सह अंचल कार्यालयों में प्रशासन व जीविका के अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यालयों की स्वच्छता बनाए रखना व इसे जनभागीदारी से जोड़ना है. इसके तहत जीविका दीदियों को सफाई कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गयी. यह पहल महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य को एक साथ लेकर चलती है. जिला परियोजना प्रबंधक जीविका अमित कुमार ने बताया कि इस पहल से ना केवल सरकारी कार्यालय स्वच्छ रहेंगे. बल्कि दीदियों को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे. इस कार्यक्रम के तहत दीदियों को सफाई से संबंधित आधुनिक उपकरणों का प्रशिक्षण भी दिया गया है. प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने इस प्रयास को सराहा व इसे महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण का सशक्त माध्यम बताया. जिले के प्रखंडों में सफाई सेवा का कार्यभार संभालने वाली जीविका दीदियों ने इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया. उन्होंने कहा कि इस जिम्मेदारी से उन्हें ना केवल अपने परिवार के लिए बेहतर आजीविका का साधन मिलेगा. बल्कि वे स्वच्छता के महत्व को भी अपने समाज में प्रचारित करेंगी. यह पहल समाज के अन्य वर्गों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी. सफाई सेवा के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि महिलाएं ना केवल अपने घरों की जिम्मेदारियां संभाल सकती हैं. बल्कि समाज के विकास व स्वच्छता में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. कार्यक्रम में भाग लेने वाली दीदियों व अधिकारियों ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस प्रयास से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ सरकारी कार्यालयों में एक सकारात्मक बदलाव आएगा. यह पहल स्वच्छता व महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा. इसका प्रभाव जिले से शुरू होकर पूरे बिहार में स्वच्छता व सशक्तीकरण का नया संदेश देगा.
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