सहरसा. कोसी विकास संघर्ष मोर्चा जिलाध्यक्ष व संरक्षक सह पूर्व जिप सदस्य प्रवीण आनंद ने कहा कि आगामी अगस्त महीने में प्रधानमंत्री के संभावित जिला आगमन की खबर से कोसी क्षेत्र वासियों के हृदय में नई आशा एवं अपेक्षा का संचार हुआ है. वर्षों से यह क्षेत्र बाढ़, बेरोजगारी, अवसंरचना की कमी एवं स्वास्थ्य संकट से जूझता रहा है, लेकिन आज भी यह सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोसी प्रक्षेत्र को राष्ट्रीय विकास की धारा से जोड़ा जाये तो यह ना केवल स्थानीय जनता के लिए बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं संस्कृति के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा. उन्होंने एम्स की स्थापना सहरसा में करने, कोसी विकास प्राधिकरण को संवैधानिक दर्जा देने, पंडित मंडन मिश्र कृषि महाविद्यालय को केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय बनाने, बैजनाथपुर पेपर मिल को पुनः चालू कयने, सहरसा रेलवे स्टेशन को मुख्य जोन का दर्जा देने, दिवारी दूरदर्शन टॉवर को पुनर्जीवित करने, संगीत विश्वविद्यालय की स्थापना करने, सहरसा विज्ञान भवन को तारामंडल में रूपांतरित करने, शुद्ध पेयजल की स्थायी व्यवस्था के लिए विशेष मिशन, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय की स्थापना सहरसा में करने, स्वतंत्रता आंदोलन के वीर महापुरुषों व शहीदों को समर्पित संग्रहालय की स्थापना करने की मांग प्रधानमंत्री से की. उन्होंने कहा कि यह कोसी क्षेत्र के करोड़ों नागरिकों की आवाज है. इन घोषणाओं को स्थान मिले तो यह क्षेत्र बिहार ही नहीं, राष्ट्र की उन्नति में नया इतिहास लिखेगा.
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