मौसम विभाग द्वारा जारी वर्षा की संभावना नहीं आ रही नजर सहरसा . जिले में पिछले पांच दिनों से जारी गर्मी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में आसमान में बादल छाये रहने व हल्की बूंदाबांदी की संभावना कोरी साबित हो रही है. सुबह से ही गर्मी परवान चढ़ जाती है. किसी तरह के राहत की संभावना नहीं दिख रही है. तपती धूप ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है. आम लोगों का घरों से निकलना कठिन हो गया है. जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता है गर्मी तेज होती जाती है. जबकि जून महीना अभी बाकी है. तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना व्यक्त की गयी है. गर्मी से लोगों के बीमार होने की संख्या में तेजी आ गयी है. बच्चे से लेकर युवा, बुढे़ सभी परेशानी झेल रहे हैं. हालत यह बन गया है कि तेज धूप, लू व उमस से कहीं भी राहत नहीं मिल रहा है. गर्मी में पेट एवं पाचन से जुड़ी समस्याएं सबसे ज्यादा हो रही है. जरा सी लापरवाही से उल्टी-दस्त की समस्या होने की पूरी संभावना रहती है. इस वर्ष तापमान में रोज हो रही बढ़ोतरी अप्रैल महीने की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव आने लगा. प्रतिदिन तापमान में बढ़ोत्तरी होती रही. जिससे अप्रैल महीने में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया. जबकि मई महीने के पहला सप्ताह आंधी व वर्षा से गर्मी से लोगों को राहत मिली. उसके बाद एक बार फिर से गर्मी अपने प्रचंड रूप में आने लगी है. जिससे लोग परेशान हैं. उसपर बिजली की आंखमिचौली से लोग खासे परेशान हैं. आगे गर्मी की संभावना से ही लोग परेशान हो उठे हैं. शुक्रवार को अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. गर्मी के कारण राह चलना काफी कठिन हो गया है. जबकि पूरा जून व जुलाई बाकी है. मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जताई गयी वर्षा की संभावना नजर नहीं आ रही है. क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगवानपुर के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार को पारा 37.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. उन्होंने बताया कि अगले एक जून तक हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है. इस दौरान आंधी एवं बिजली गिरने की संभावना जतायी गयी है. बढ़ती गर्मी में अधिक पानी, ताजा व हल्का करें भोजन चिकित्सक डॉ. आरबी ठाकुर ने कहा कि गर्मी में डाइट का बहुत ख्याल रखना चाहिए. ऐसी चीजें खानी चाहिए, जो हल्की हो एवं आसानी से पच जाये. गर्मी में पानी का अत्यधिक सेवन एवं ज्यादा से ज्यादा फलों का सेवन करना चाहिए. जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम खायें व ज्यादा तेल मसाले वाले खाने से परहेज करें. गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना सबसे ज्यादा जरूरी है. धूप में निकलने से पहले ओआरएस का घोल या फिर कच्चे आम को पकाकर पानी के साथ लेने से लू से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि गर्मी का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है. बदलते मौसम में होने वाली बीमारियां उन्हें आसानी से जकड़ लेती हैं. इसलिए उनके खानपान पर खास ध्यान दें. जंक फूड, नूडल्स बिल्कुल भी नहीं दें. दोपहर के समय बच्चों को खेलने के लिए घर से बाहर नहीं जाने दें. आमलोगों को भी दिन भर में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. इसके अलावा जूस, दही, दूध, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, ओआरएस का घोल, ग्लूकॉन डी पीते रहना चाहिए. गर्मी में लौकी, करेला व भिंडी जैसी सीजन की सब्जियां जरूर खायें. खाने में दही, छाछ व लस्सी को शामिल करना चाहिए.गर्मियों में कैफीनयुक्त चीजों को खाने-पीने से बचें खासकर चाय के सेवन से. नाश्ते में चाय की जगह जूस लें एवं घर से बिना कुछ खाये नहीं निकलें. फोटो – सहरसा 03 – बच्चे को धूप से बचाकर स्कूल से ले जाती मां
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