दो चक्के वाहनों को मिलेगी बड़ी राहत सहरसा . गंगजला रेलवे ढाला पर बन रहा लाइट ओवरब्रिज का लगभग 99 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. अब जल्द ही जुलाई महीने में इसका उद्घाटन हो सकता है. हालांकि कुछ काम अभी भी बचा हुआ है. एजेंसी की माने तो जून अंत तक उसे पूरा कर लिया जाएगा. इसको लेकर समस्तीपुर मंडल के डीआरएम विनय कुमार श्रीवास्तव ने हाल ही में सहरसा जंक्शन निरीक्षण के दौरान जून के अंत तक काम पूरा होने का भरोसा दिया था. वर्ष 2023 में ही होना था पूरा गंगजला रेलवे ढाला समपार संख्या 32 पर भीषण जाम की समस्या को देखते हुए रेलवे ने लाइट ओवरब्रिज का प्रस्ताव तैयार किया था. तकनीकी जांच व नापी के बाद अक्टूबर 2023 से काम शुरू करने की योजना बनी थी. तकनीकी कारणों से देरी हुई व आखिरकार सात जनवरी 2024 से निर्माण कार्य शुरू कराया गया था. योजना का प्रारूप समस्तीपुर की एजेंसी 4.5 करोड़ की लागत से इस ओवरब्रिज का निर्माण कर रही है. इसकी कुल लंबाई 216 मीटर है. पूर्वी व पश्चिमी रैंप की लंबाई 90-90 मीटर है. दोनों को जोड़ने वाला टॉप रैंप 36 मीटर लंबा है. आवागमन पथ 10 फीट चौड़ा बनाया गया है. इस पर दोपहिया वाहन ही निकाल सकेंगे. कवर का काम बाकी फिलहाल पूर्वी एवं पश्चिमी रैंप तैयार हो चुके हैं. दोनों तरफ रेलिंग का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. अब सुरक्षा की दृष्टि से जालीदार कवर लगाया जाएगा. इसके अलावा पीचिंग का भी काम पूरा होना बाकी है. रेलिंग एवं लाइट लगाने का काम चल रहा है. तीन महीने के काम में लग गए डेढ़ साल इस ओवरब्रिज का निर्माण करीब डेढ़ साल से चल रहा है. जबकि इसे तीन महीना में ही पूरा करना था. लेकिन निर्माण कार्य धीमी गति के कारण अब तक चल रहा है. वर्तमान स्थिति गंगजला ढाला पर जाम की स्थिति दिन प्रतिदिन भयावह है. यहां से गुजरते हर व्यक्ति जाम में फंसने के डर से सहमे रहते हैं. एंबुलेंस, स्कूल बस एवं वरीय अधिकारियों की गाड़ियां तक जाम में घंटों फंस जाती है. जाम की वजह से कई बार ट्रेन परिचालन भी बाधित होता है. वहीं एक विकल्प के रूप में तैयार किए जा रहे लाइट ओवरब्रिज की लेटलतीफी ने आम लोगों के इंतजार को और लंबा कर दिया है.
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