बिना सायरन बजाये गिरा दिया जाता है अचानक ढाला सहरसा. शहर के शिवपुरी ढाला व कचहरी ढाला पर गेटमैन की लापरवाही और मनमानी के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि रेलवे नियमों का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन करते हुए गेटमैन द्वारा बिना सायरन बजाये अचानक ढाला गिरा दिया जाता है. जिससे रोजाना अफरा-तफरी की स्थिति बन जाती है. जबकि बंगाली बाजार व गंगजला ढाला पर बैरियर गिराने से पहले सायरन बजा कर लोगों को संभालने का मौका दिया जाता है. रेलवे के नियम के अनुसार, किसी भी लेवल क्रॉसिंग पर गेट गिराने से कम-से-कम दो मिनट पहले सायरन बजाना होता है. ताकि सड़क पर चल रहे लोग सतर्क हो सकें और सुरक्षित स्थान पर चले जायें. लेकिन शिवपुरी कचहरी ढाला पर तैनात गेटमैन द्वारा इस नियम की खुलेआम अवहेलना की जाती है. कई बार देखा गया है कि ढाला अचानक इतनी तेजी से गिरा दिया जाता है कि राहगीरों को संभलने का मौका तक नहीं मिलता. स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने बताया कि बीते सप्ताह एक बाइक सवार ढाला के अचानक गिरने से बाल-बाल बचा. यदि हेलमेट न पहना होता तो गंभीर रूप से चोटिल हो जाता. वहीं रेखा देवी नामक महिला ने कहा कि सुबह स्कूल जाने के समय बच्चे भी इस ढाले से गुजरते हैं, लेकिन बिना सायरन के अचानक गिरने से उनके जान पर बन आती है. कई बार इतनी तेज के साथ ढाला गिराया जाता है कि लोगों को संभालने का मौका नहीं मिलता है व दोनों गेट के बीच वाहन लेकर पटरी के बीच में फंस जाते हैं. लोगों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि गेटमैन से रेलवे के नियमों का पालन सुनिश्चित करवाया जाये ताकि भविष्य में रेलवे के नियमों का सख्ती से पालन हो. साथ ही गेट पर एक चेतावनी बोर्ड लगाया जाएये, जिसमें समय और सायरन से संबंधित नियमों की जानकारी दी जाये, ताकि लोगों में भी जागरूकता फैले व लोग दुर्घटनाग्रस्त होने से बच सके. यदि समय रहते इस लापरवाही पर रोक नहीं लगाई गई तो किसी बड़े हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता.
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