सत्तरकटैया. दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान शाखा बिहार झारखंड द्वारा गुरुवार को गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनायी जायेगी. जिसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. संस्थान प्रभारी स्वामी यादवेंद्रानंद ने बताया कि अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष भी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संस्थान द्वारा गुरुपूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसमें सुबह सात बजे से आठ बजे तक परम पूज्य गुरुदेव सर्वश्री आशुतोष महाराज का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया जायेगा. उसके बाद वेदमंत्र, चाय, नास्ता, भजन संकीर्तन, सत्संग व भंडारे का आयोजन किया जायेगा. गुरुपूजा महोत्सव की तैयारी को लेकर गुरु दरबार व सत्संग भवन को आकर्षक रूप से सजाया गया है. कार्यक्रम स्थल पर विशाल मंच व पंडाल का निर्माण कराया गया है तथा जगह जगह तोरन द्वारा बनाया गया है. श्रद्धालुओं को ठहरने व भोजन की व्यवस्था की गयी है. दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा बुधवार को गुरुपूर्णिमा महोत्सव के पूर्व संध्या पर सत्संग व भजन संग कीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें साध्वी दीपांकरा भारती ने कहा कि गुरुपूजा प्रेम भाव की ऐसी बारिश है. जिसमें गुरु व शिष्य दोनों भीगते हैं. उन्होंने कहा कि शताब्दी पूर्व आपाद शुक्ल पूर्णिमा के दिन महर्षि वेद व्यास का अवतरण हुआ था. उनके शिष्यों ने इसी अवतरण दिवस को व्यास पूर्णिमा का नाम दिया. गुरु महिमा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि गुरुपूजा श्रद्धा, भाव व विश्वास का गर्व है. मन वचन से गुरु आज्ञा का पालन करने को गुरुपूजा कहते हैं. इस दिन सतगुरु अपने कृषा को वर्षा शिष्य वर्ग पर करते है और भक्त उसका रसपान कर आनंद विभोर हो जाता है. उन्होंने कहा कि गुरु का प्रेम अदृश्य होता है, गुरु किसको क्या क्या दे जाते है शिष्यों को पता तक नहीं चलता है. इस कार्यक्रम में स्वामी यादवेन्द्रानंद, स्वामी कपिलदेवानंद, स्वामी सुकर्मानंद ने भी गुरु महिमा पर प्रकाश डाला. इस मौके पर अजित, संजय सहित दर्जनों सेवादार मौजूद थे.
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