Accident: सहरसा रेलवे यार्ड में एक गंभीर हादसे में दो प्वाइंट्स मैन इंजन की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हो गए. हादसा के समय दोनों कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात थे. इस हादसे में एक कर्मचारी मनोज प्रताप का दाहिना हाथ कट गया, जबकि दूसरे प्वाइंट्स मैन पंकज कुमार का बायां पैर गंभीर रूप से घायल हो गया. दोनों घायलों को पहले सहरसा के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया, फिर बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर किया गया. खबर लिखे जाने तक दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है.

कैसे हुआ हादसा ?
मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार रात 12 बजे से रविवार सुबह 8 बजे तक की शिफ्ट में दोनों कर्मचारी शंटर के रूप में ड्यूटी पर थे. रविवार करीब 4:30 बजे वाशिंग यार्ड में टीआरडी ऑफिस के पास शंटिंग के दौरान एक इंजन की चपेट में आने से यह हादसा हुआ. प्रारंभिक जांच में बताया गया कि दोनों कर्मचारी इंजन की आवाज नहीं सुन पाए और ट्रैक पर गिर गए.
रेलवे का बयान
समस्तीपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने प्राथमिक जांच के आधार पर बताया कि हादसे के वक्त दोनों कर्मचारियों को किसी शंटिंग कार्य का टास्क नहीं दिया गया था. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि वे ट्रैक पर क्या कर रहे थे और हादसा किन परिस्थितियों में हुआ.
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जांच के लिए बनी चार सदस्यीय टीम
समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम विनय कुमार श्रीवास्तव के आदेश पर इस हादसे की जांच के लिए चार अधिकारियों की टीम गठित की गई है. जांच टीम में सीनियर डीओएम विजय प्रकाश, सीनियर डीएसओ धर्मेंद्र कुमार, सीनियर डीओपी संजय कुमार, और सेफ्टी ऑफिसर पंकज कुमार शामिल हैं.
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सीएमएस सहित मेडिकल टीम पटना भेजी गई
दोनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना भेजने के साथ-साथ समस्तीपुर मंडल से सीएमएस सहित रेलवे की एक मेडिकल टीम भी पटना रवाना की गई है ताकि इलाज में कोई कमी न हो. हादसे के बाद कुछ रेलवे कर्मचारियों ने 12 घंटे की ड्यूटी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि लगातार लंबी ड्यूटी से थकान, मानसिक तनाव, दुर्घटनाओं की संभावना और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं.
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