बच्चों व पति को छोड़ भाग रही महिलाएं, क्षेत्र से हर साल औसतन एक दर्जन से अधिक मामले आ रहे सामने सौरबाजार . वैवाहिक जीवन को तोड़कर नए प्रेम संबंधों में पड़ने की घटनाएं क्षेत्र में लगातार बढ़ रही है जो समाज के लिए बुरा संकेत है. शादीशुदा महिला-पुरुष अपने बच्चों एवं परिवार को छोड़कर क्षणिक दैहिक सुख की चाह में बिना सोच-विचार के दूसरी शादी रचा ले रहे हैं. ऐसे संबंध छिपकर शुरू होते हैं. लेकिन जब यह मामला समाज के सामने आता है तो कुछ लोग जिन्हें ना तो दोनों की मानसिक स्थिति की परवाह होती है एवं ना ही उनके बच्चों की चिंता वे जबरन शादी करा देते हैं. नतीजतन दोनों का जीवन नर्क बन जाता है व मासूम बच्चों का भविष्य अनिश्चितता के अंधकार में खो जाता है. यह प्रवृत्ति ना केवल व्यक्तिगत जीवन को बर्बाद कर रही है. बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी कमजोर कर रही है. सौरबाजार व बैजनाथपुर थाना क्षेत्र की बात करें तो यहां हर साल औसतन एक दर्जन से अधिक ऐसे मामले सामने आते हैं. जो समाज के नैतिक पतन की ओर इशारा कर रहा है. इस स्थिति को सुधारने के लिए जरूरी है कि परिवार के बुजुर्ग एवं अभिभावक युवाओं को सही मार्गदर्शन दें. उन्हें रिश्तों की गरिमा व जिम्मेदारी का महत्व समझाएं. जिससे समाज इस गहराते संकट से उबर सके. ताजा मामला बैजनाथपुर थाना क्षेत्र से सामने आ रही है. जहां बुधवार दो जून को को लार्ड बुद्धा मेडिकल कॉलेज अस्पताल मुख्य द्वार के बगल में चाय नाश्ता की दुकान चलाने वाली एक महिला को उनके दुकान के अंदर ही एक युवक के साथ अश्लील हरकत करता देखकर वहां के कुछ लोगों ने उनका वीडियो बना लिया. उसके बाद उन दोनों पर दबाव बनाकर शादी करा दी. जबकि उक्त महिला के साथ दुकान पर उनके पति एवं दो बच्चे भी रहते थे. साथ मिलकर दुकान का काम संभालते थे. वहीं एक दूसरी घटना बिगत कुछ माह पहले बैजनाथपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 22 की है. जहां एक तीन बच्चे की मां को गांव के ही एक तीन बच्चे के पिता के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखने के बाद स्थानीय लोगों ने दोनों की जबरन शादी करा दी. लेकिन वर्तमान में स्थिति यह है कि उक्त महिला ना प्रेमी पति के साथ रह रही है और ना पहले पति के साथ है. बच्चे का जीवन भी पढ़ाई लिखाई के अभाव में खराब हो रहा है. मामला न्यायालय तक पहुंच गया है. तीसरा मामला सौरबाजार थाना क्षेत्र के सहुरिया पूर्वी पंचायत से जुड़ा है. जहां तीन बच्चे की मां अपने एक प्रेमी के साथ पति एवं बच्चे को छोड़कर फरार है. सुत्रों के अनुसार दोनों ने शादी भी रचा लिया है. और भी इस तरह के दर्जनों मामले हैं. जहां लोग क्षणिक दैहिक आनंद के लिए दो परिवार की प्रतिष्ठा को दांव पर लगाने के साथ अपने पति, पत्नी व बच्चे का भविष्य तबाह कर देते हैं. इसपर लगाम लगाने के लिए समाज के बुद्धिजीवियों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन के लोगों को आगे आकर युवाओं, युवतियों एवं ऐसे करने वाले नासमझ लोगों को अपनी पारिवारिक, सामाजिक व नैतिक जिम्मेदारी संभालने के लिए उन्हें प्रेरित करने की जरूरत है. ना कि जोर जबरदस्ती शादी रचाकर दोनों के जीवन को तबाह करने की.
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