जिले के 1429 ग्राम संगठनों में अब तक आयोजित हुआ है महिला संवाद सहरसा . महिला संवाद कार्यक्रम ने जिले की ग्रामीण महिलाओं के जीवन में नयी ऊर्जा का संचार किया है. बीते 60 दिनों से जारी इस अभियान में महिलाएं बड़ी संख्या में उत्साहपूर्वक भाग ले रही हैं. यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए ना केवल एक सूचना मंच साबित हो रहा है. बल्कि अपनी भावनाओं व आकांक्षाओं को साझा करने का एक प्रभावी जरिया भी बन गया है. अब तक जिले के 1429 ग्राम संगठनों में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रमों में लगभग तीन लाख 57 हजार महिलाएं शामिल हो चुकी हैं. इन कार्यक्रमों ने महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं जागरूक बनाने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाया है. सत्तरकटैया प्रखंड में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में मनोकामना जीविका ग्राम संगठन की सदस्य रेखा देवी ने अपनी कहानी साझा की. उन्होंने बताया कि जीविका समूह में शामिल होने से पहले उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी. जीविका समूह से ऋण प्राप्त कर उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया. जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया. कई महिलाएं अपने गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने की बात करती हैं. जबकि अन्य रोजगार एवं बेहतर सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर देती हैं. सत्तरकटैया प्रखंड के रकिया पंचायत के वार्ड छह में आयोजित संवाद कार्यक्रम में रूबी कुमारी ने कहा कि जीविका को सहकारी बैंक का दर्जा मिलता है तो महिलाओं को आर्थिक सहयोग में बड़ी मदद मिलेगी. इससे महिलाओं को अपने व्यवसाय को बढ़ाने एवं परिवार की आय में सुधार करने का अवसर मिलेगा. महिला संवाद कार्यक्रम ना केवल महिलाओं को जागरूक बना रहा है. बल्कि उनके अधिकारों एवं सामुदायिक नेतृत्व की भावना को भी प्रोत्साहित कर रहा है.
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