पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचा घर, मचा कोहराम
सिमरी बख्तियारपुर. बख्तियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तरियामा पंचायत के नसरत चकला वार्ड संख्या 12 निवासी हरिहर मल्लिक के पुत्र विनोद मल्लिक का शव रविवार रात सिमरी बख्तियारपुर पहुंचा. विनोद मल्लिक की मौत रहस्यमय परिस्थिति में हो गयी थी. उनका शव मधेपुरा जिले के घैलाढ थाना क्षेत्र के श्रीनगर गांव स्थित ससुराल में एक पेड़ से लटका हुआ मिला था. घटना की सूचना मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी, वहीं रविवार की रात शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक के परिजन इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि सोची-समझी हत्या बता रहे हैं. घटना के संबंध में बताया गया कि विनोद की पत्नी कुछ दिन पूर्व झगड़ा कर मायके चली गयी थी. इसी क्रम में विनोद अपनी पत्नी को मनाकर लाने ससुराल श्रीनगर गया था, जहां उसकी लाश आम के पेड़ से लटकती मिली. गले में गमछा बंधा था और दोनों घुटने जमीन से सटे हुए थे, जिससे परिजनों ने आत्महत्या की आशंका को नकार दिया. उन्होंने कहा कि यह साजिशन हत्या है, जिसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गयी है.परिजनों ने आरोप लगाया कि विनोद की पत्नी, साला और ससुराल वालों ने मिलकर हत्या की और पेड़ पर लटका दिया. मृतक के परिजनों ने मौजूद पंचायत वासियों को फोटो भी दिखायी, जिसमें साफ तौर पर दिखता है कि गले में फंदा होने के बावजूद मृतक के घुटने जमीन से सटे हुए थे, जिससे आत्महत्या की कोई संभावना ही नहीं है. वहीं शव को पोस्टमार्टम के बाद घैलाढ पुलिस ने रविवार देर रात परिजनों को सौंप दिया. जैसे ही शव सिमरी बख्तियारपुर स्थित घर पहुंचा, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. मृतक विनोद मल्लिक अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी छोड़ गया है. इधर तरियामा पंचायत की मुखिया रंजू देवी एवं मुखिया प्रतिनिधि राकेश कुमार रोशन ने मृतक परिवार को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि प्रदान की. साथ ही आगे भी हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
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