समस्तीपुर .शहर के वीमेंस कॉलेज में जंतु विज्ञान विभाग द्वारा प्रधानाचार्या प्रो. सुनीता सिन्हा और विभागाध्यक्ष डा. श्री विद्या के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया. प्रधानाचार्या ने छात्राओं की तारीफ करते हुए कहा कि बाघ के बिना जंगल का कोई अस्तित्व नहीं है. हम सबको मिलकर जंगल व जंगल में रहने वाले बाघ समेत सभी वन्यजीवों को बचाना है. बाघ भारत की शान हैं. साथ ही पारिस्थितिक संतुलन को बनाये रखने में सहायक हैं. वन्यजीव संरक्षण सिर्फ सरकार की जिम्मेवारी नहीं, पूरे समाज की जिम्मेवारी है. डॉ श्री विद्या ने कहा कि जंगल व बाघ हैं तो मनुष्य का जीवन है. अगर जंगल और जंगली जीव नहीं रहे तो मानव जीवन भी समाप्त हो जायेगा. इस लिए हर इंसान को अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए. प्राकृतिक द्वारा वरदान के रूप में मिली जंगल को नष्ट कर देने से जंगली जानवरों सहित बाघों के जीवन पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है. इस अवसर पर विभाग की छात्राओं ने पोस्टर, पेंटिंग, भाषण और कविता के द्वारा टाइगर के संरचना के बारे में अपने विचार रखे. जंतु विज्ञान विभाग की छात्राएं श्रुति भारती, निशु कुमारी, अनुराधाकुमारी, मनीषा कुमारी ने पोस्टर के द्वार टाइगर के संरक्षण की बात कही. बॉबी कुमारी, कनिष्का कुमारी, राज कशिश, आयुषी सिंह, पुष्पा कुमारी, कोमल किरण ने अपना भाषण, रश्मि कुमारी और रुपा कुमारी ने कविता सुनायी. मौके पर प्रो. आभा, डॉ विजय कुमार गुप्ता, डॉ. अरुण कुमार कर्ण, डॉ. सोनी सलोनी, डॉ. प्रो. फराहत जबीन आदि मौजूद थी.
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