Bihar: बिहार के समस्तीपुर में मई महीने में हुई बैंक ऑफ महाराष्ट्र डकैती की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है. इस सनसनीखेज लूटकांड में मां-बेटी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मुख्य साजिशकर्ता बैंक का ही एक पुराना ग्राहक निकला. पुलिस ने इन अपराधियों के पास से 447 ग्राम सोने के जेवरात, एक बाइक, पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
10 करोड़ की सोने की लूट, 15 लाख नकद भी उड़ाया गया था
घटना 7 मई को शहर के बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा में हुई थी, जहां से अपराधियों ने लगभग 10 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के गहने और 15 लाख रुपये नकद लूट लिए थे. इस बड़ी वारदात ने पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया था. लगातार जांच में लगी STF, DIU और नगर थाना पुलिसकी टीम ने अब इस केस का बड़ा हिस्सा सुलझा लिया है.
बैंक से लिया था गोल्ड लोन, फिर रची लूट की प्लानिंग
गिरफ्तार अभियुक्तों में शामिल रमेश कुमार झा ने बैंक से अपनी पत्नी और बच्चे के नाम पर 23 लाख रुपये का गोल्ड लोन ले रखा था. जब बैंक की तरफ से भुगतान का दबाव बढ़ा, तो रमेश ने अपने परिचितों के साथ मिलकर डकैती की साजिश रच डाली. उसने बैंक के चेकर से मिलीभगत कर सोने की ज्वेलरी का मूल्य जानबूझकर ज्यादा दिखाया और अधिक लोन हासिल किया.
गिरफ्तार अभियुक्तों में कौन-कौन शामिल?
पुलिस ने मोहनपुर से दीपक मुंशी, कर्पूरीग्राम से रमेश कुमार झा, वैशाली से अनुराधा कुमारी और फुलपरी देवी (मां-बेटी) और देसरी थाना क्षेत्र से दीपक सोनार को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में दीपक सोनार ने जुर्म कबूल कर लिया है.
बताया जा रहा है कि घटना के बाद रमेश अपने साथी दीपक के साथ रजरप्पा मंदिर, दिल्ली और जालंधर तक भाग गया था और जालंधर कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने उसे समय रहते धर दबोचा.
गहनों का हिस्सा ससुराल से हुआ बरामद
पुलिस ने अखिलेश राय उर्फ गोलू की ससुराल से लूटे गए गहनों का हिस्सा भी बरामद कर लिया है. SDPO संजय कुमार पांडेय ने बताया कि पूरे मामले की जांच जारी है और शेष आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है.