छपरा. भारत निर्वाचन आयोग ने हाल के महीनों में लोकतंत्र को सशक्त करने और चुनावी प्रक्रिया को मजबूत करने के अलावा नागरिकों को बेहतर सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण पहलें की हैं. मुख्य रूप से चुनाव आयोग ने समान चुनाव फोटो पहचान पत्र नंबरों के मुद्दे को हल करना, देश भर में बूथ लेवल अधिकारियों को मानक पहचान पत्र जारी करना, मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए मोबाइल जमा सुविधा प्रदान करना और प्रचार के मानदंडों को युक्तिसंगत बनाने समेत अन्य कदम उठाये हैं. विशेषकर 19 फरवरी से 29 मई तक आयोग ने चुनावी प्रक्रिया में व्यापक बदलाव लाने के लिए 21 से अधिक पहलें की, जिनका उद्देश्य जनता को लाभ पहुंचाकर जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना है. आम लोगों के बीच लोकतंत्र के प्रति जागरूकता लाना भी मुख्य उद्देश्य बन चुका है. जिलाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रविंद्र कुमार ने केंद्रीय चुनाव आयोग के लोकतंत्र के 21 मंत्र के बारे में बताया गया.
आयोग का 21 मंत्र जिससे मजबूत हो रहा लोकतंत्र
-एक मतदान केंद्र पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या 1200 निर्धारित की गयी है.-उच्च आवासीय भवनों या कॉलोनियों में भी अतिरिक्त मतदान केंद्र स्थापित किये जायेंगे.-मतदाता सूची अद्यतन के लिए मृत्यु पंजीकरण का डेटा सीधे पंजीयक जनरल, भारत के डेटाबेस से प्राप्त किया जाएगा; सत्यापन के बाद नाम हटाये जायेंगे.-वोटर इनफॉरमेशन स्लिप में अब क्रम संख्या और भाग संख्या को प्रमुखता से दर्शाया जायेगा.
-प्रत्येक मतदान केंद्र के बाहर ‘मोबाइल जमा करने की सुविधा’ उपलब्ध करायी जायेगी.-देशभर में सभी स्तरो पर राजनीतिक दलों के साथ 4,719 बैठकें आयोजित की गयी है-राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रमुखों के साथ भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विचार-विमर्श.
-राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम में प्रशिक्षण-निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों द्वारा प्रचार बूथ लगाने की दूरी में ढील, अब उम्मीदवार या राजनीतिक दल मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी पर बूथ लगा सकते हैं
-नयी एकीकृत डैशबोर्ड की शुरुआत–एकल ऐप,पोर्टल के माध्यम से सभी सेवाएं, जो पहले 40 से अधिक ऐप, वेबसाइट्स पर उपलब्ध थीं.– डुप्लीकेट इपिक नंबर की समस्या का समाधान- निर्वाचक नामावली की तैयारी और निर्वाचन संचालन की संपूर्ण प्रक्रिया में 28 प्रमुख हितधारकों की पहचान की गयी है.
– प्रत्येक हितधारक के लिए अधिनियमों, नियमों एवं आयोग के निर्देशों पर आधारित प्रशिक्षण प्रस्तुतियां तैयार की जा रही हैं.- सभी बीएलओ को मानकीकृत फोटो पहचान पत्र प्रदान किए जाएंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है