डोरीगंज/छपरा. गंगा, सरयू और सोन नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण बाढ़ का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. छपरा से सोनपुर तक गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे सदर प्रखंड अंतर्गत दियारा और तटीय इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गयी है. रायपुर बिंदगांवां, कोटवापट्टी रामपुर और बड़हरा महाजी पंचायत के कई गांवों का संपर्क आरा-छपरा पुल से पूरी तरह टूट चुका है. कुतुबपुर, चकिया, बरहरा महाजी जैसे गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण चिरांद की दलित-महादलित बस्ती में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. वहीं भैरोपुर पंचायत के तटीय इलाकों में लोगों के घरों के आसपास पानी भर गया है. डुमरी पंचायत के सिंगही, मूसेपुर पंचायत के नेहाला टोला, पिपरा टोला, पूर्वी बलुआं आदि इलाकों में भी बाढ़ का पानी फैल चुका है. अवतार नगर थाना से लेकर बोधा छपरा तक राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-19 के किनारे गंगा का पानी पहुंच चुका है. इससे यातायात पर भी असर पड़ने की आशंका बढ़ गयी है. दियारा और तटीय क्षेत्रों में मक्का और सब्जी की फसलें पूरी तरह से डूब गयी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. डोरीगंज स्थित श्मशान घाट पिछले 15 दिनों से जलमग्न है, जिस कारण शवों का दाह संस्कार अब तिवारी घाट पर किया जा रहा है.
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