मशरक. यूपी के प्रयागराज में कुंभ स्नान के दौरान चोरी हुए मोबाइल के मामले में मशरक के एक प्रतिष्ठित किराना व्यवसायी विशाल कुमार को यूपी पुलिस ने बुधवार की देर शाम उसके घर मशरक तख्त गांव से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि मशरक थानाध्यक्ष रणधीर कुमार की सूझबूझ और गहन जांच-पड़ताल के बाद व्यवसायी को अगले ही दिन निर्दोष करार देते हुए छोड़ दिया गया.
दरअसल, प्रयागराज पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर मशरक पहुंची थी. मशरक थाना की मदद से किराना व्यवसायी विशाल कुमार, पिता स्व दीनानाथ प्रसाद को पकड़ लिया गया. लेकिन जब मामले की जांच गहरायी से की गयी, तो पता चला कि व्यवसायी द्वारा उपयोग किये जा रहे मोबाइल का बिल और बीमा दस्तावेज पूरी तरह वैध थे. आइएमइआइ नंबर का मिलान करने पर यह बात सामने आयी कि चोरी हुए मोबाइल और व्यवसायी के मोबाइल के आइएमइआइ नंबर में तीन अंकों का अंतर है. यह अंतर ही इस पूरे मामले की सच्चाई को उजागर करने में निर्णायक साबित हुआ. जैसे ही व्यवसायी की गिरफ्तारी की खबर फैली, आसपास के दर्जनों व्यवसायी थाना पहुंच गये. व्यापारियों ने यूपी पुलिस की कार्रवाई पर आशंका जाहिर करते हुए मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच हो. इस बीच मशरक थानाध्यक्ष रणधीर कुमार ने मामले को गंभीरता से लिया और स्वयं मोबाइल का बिल, बीमा दस्तावेज और आइएमइआइ नंबर की बारीकी से जांच की. चोरी की प्राथमिकी में गलत आइएमइआइ नंबर दर्ज करने की चूक यूपी पुलिस से हुई, जिससे न सिर्फ एक निर्दोष की गिरफ्तारी हुई, बल्कि व्यवसायी की प्रतिष्ठा पर भी संकट मंडरा गया. हालांकि, मामले की सही जांच और थानाध्यक्ष की तत्परता के चलते स्थिति को समय रहते संभाल लिया गया.
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