Bihar News: प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने लिए श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार होते इजाफे का असर ट्रेनों के परिचालन पर देखने को मिल रही है. महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होना है, जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग यात्रा कर रहे हैं. इससे ट्रैक पर लोड बढ़ गया है और करीब 12 जोड़ी ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं. बता दें कि सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस (15483) के परिचालन में 21 घंटे देरी हुई. वहीं, पटना-प्रयागराज स्पेशल ट्रेन (03219) को 18 घंटे देरी हुई. इसी तरह आसनसोल-मुंबई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12361), बागमती सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12578), आनंद विहार टर्मिनल मालदा टाउन एक्सप्रेस (13430), हिमगिरी एक्सप्रेस (12331) व अन्य कई जोड़ी ट्रेनें घंटों देरी से चलीं. इसके साथ ही, विक्रमशिला एक्सप्रेस (12368), उपासना एक्सप्रेस (12328) व इंटरसिटी एक्सप्रेस (13243) को रद्द कर दिया गया.
आपातकालीन खिड़की का तोड़ा शीशा
संगम में स्नान के लिए लोग लगातार जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं. वहीं, रेल प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद यात्रियों द्वारा खिड़कियों का शीशा तोड़ा जा रहा है. लोग बगैर टिकट सभी कोच में यात्रा कर रहे हैं. पटना जंक्शन पर मगध एक्सप्रेस के रुकते ही लोग किसी तरह प्रवेश करने की कोशिश करने लगे. पहले से भीड़ होने के चलते आपातकालीन खिड़की से प्रवेश लेते दिखे. गेट से जब महिला प्रवेश नहीं कर सकी, तो एक युवक खिड़की के जरिये अंदर भेजा. वहीं, वाशरूम में भी लोग यात्रा करने को मजबूर हैं.
ट्रेन से उतरने में भी हो रही परेशानी
महाकुंभ में जाने के लिए ट्रेनों में चढ़ने के लिए न केवल मारा-मारी हो रही है, बल्कि पटना जंक्शन समेत शहर के अन्य स्टेशनों पर ट्रेनों से उतरने में भी काफी परेशानी हो रही है, क्योंकि पटना में इन ट्रेनों में चढ़ने के लिए महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालु अपने घर जाने के लिए इंतजार करते रहते हैं. जैसे ही विभिन्न रूटों से ट्रेनें यहां पहुंचती हैं, जो चढ़ने वाली भीड़ के कारण यात्रियों को उतरने के लिए काफी परेशानी होती है. सुबह करीब साढ़े छह बजे हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस पटना जंक्शन पर पहुंची, तो उसमें चढ़ने के लिए लोग टूट पड़े, जिसके कारण उतरने वाले यात्री डिब्बे में ही फंस गये. काफी धक्का-मुक्की के बाद वे उतर पाये. इस दौरान प्लेटफॉर्म पर कोई सुरक्षा कर्मी नहीं थे.