ग्रामीणों ने कहा घटना की हो निष्पक्ष जांच नोट: फोटो नंबर 16 सीएचपी 29 है कैप्सन होगा-प्रदर्शन करते ग्रामीण प्रतिनिधि, परसा. सारण जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बिसाही गांव निवासी प्रधान शिक्षक संतोष राय की गोली मारकर हत्या मामले में पुलिस द्वारा परसा थाना क्षेत्र के फतेहपुर निवासी मुखिया पति सुनील राय को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के विरोध में बुधवार को अंजनी पंचायत में आक्रोश पनप उठा. गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पंचायत के सैकड़ों महिला-पुरुष ग्रामीण फतेपुर सुनील राय के आवास पर एकत्रित हो गये और प्रशासन से निष्पक्ष जांच व न्याय की मांग की. ग्रामीणों ने सुनील राय को निर्दोष बताते हुए कहा कि वह एक जनप्रिय जनप्रतिनिधि हैं, जो वर्षों से पंचायत की सेवा कर रहे हैं. ग्रामीण लाल बहादुर राय ने कहा कि पंचायत में उनकी लोकप्रियता से कुछ राजनीतिक लोगों को असहजता महसूस होने लगी थी. इसी कारण चुनाव से पूर्व उन्हें एक सुनियोजित साजिश के तहत झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया है. सुनील राय के छोटे भाई शशि राय ने भी भावुक अंदाज में कहा कि संतोष राय की हत्या से उनके परिवार का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन राजनीति के दबाव में पुलिस ने उनके भाई को फंसा दिया है. उन्होंने एक स्थानीय नेता पर साजिश के तहत मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाते हुए सारण एसएसपी डॉ कुमार आशीष से निष्पक्ष जांच की मांग की. मौके पर उपस्थित उप मुखिया अरविंद सिंह, सरपंच प्रतिनिधि भागवत राय, सीता देवी, मिथलेश राय, संजय राम, रामजी राय, सोहन राय समेत सैकड़ों ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि जब तक मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होती, वे शांत नहीं बैठेंगे. ग्रामीणों ने मांग की कि दूध का दूध और पानी का पानी किया जाए ताकि निर्दोष को न्याय मिल सके और सच्चा दोषी कानून के गिरफ्त में आए. इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन से यह भी अपील की कि राजनीतिक दवाब में आकर किसी निर्दोष को बलि का बकरा न बनाया जाए, क्योंकि इससे आमजन का पुलिस प्रशासन पर से विश्वास उठ जायेगा.
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