छपरा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्वीकृत ब्रह्मपुर से विशुनपुरा तक 13.4 किलोमीटर लंबी सड़क के चौड़ीकरण और नाला निर्माण कार्य में लापरवाही देखने को मिल रही है. मुख्यमंत्री ने प्रगति यात्रा के समाप्ति के महज 72 घंटे के भीतर इस योजना को स्वीकृति प्रदान की थी, लेकिन निर्माण कार्य में विभागीय रुचि की कमी और वन विभाग से स्वीकृति न मिलने के कारण कार्य रुक-रुक कर चल रहा है.
इस योजना के तहत भगवान बाजार, जगदम कॉलेज, नेवाजी टोला होते हुए एनएच-19 फोरलेन को जोड़ने वाली सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है. फिलहाल श्याम चौक स्थित चौधरी मेडिकल के सामने, नाले के बीचों-बीच खड़े पेड़ कार्य में बाधा बन रहे हैं. ऐसे करीब एक दर्जन स्थान हैं जहां पेड़ नहीं हटने के कारण नाला निर्माण और सड़क चौड़ीकरण का काम ठप पड़ा है.वन विभाग से नहीं मिली एनओसी
रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट ने वन विभाग को पत्र भेज कर पेड़ों को हटाने की अनुमति मांगी है, लेकिन अब तक विभाग की ओर से कोई जवाब नहीं आया है. अधिकारियों का कहना है कि एनओसी मिलते ही पेड़ हटाकर कार्य को गति दी जायेगी.90 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण
इस परियोजना पर ₹89.95 करोड़ की लागत आंकी गयी है. इसके तहत सड़क की चौड़ाई दोनों ओर 1.5 मीटर बढ़ाकर कुल तीन मीटर की वृद्धि की जा रही है. परियोजना में 600 मीटर हिस्से को फोरलेन बनाया जायेगा. साथ ही जल निकासी के लिए आरसीसी ड्रेनेज का भी निर्माण किया जा रहा है. यह पथ छपरा को पटना, गोपालगंज और बलिया जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ता है. रोजाना जाम की समस्या से परेशान आम जनता इस परियोजना को लेकर काफी आशावान थी. योजना के पूरी होने से सुरक्षित और सुगम आवागमन सुनिश्चित हो सकेगा.अनुमति मिलते ही कार्य तेज होगा
यह बात सही है कि पेड़ की वजह से कई जगह कार्य बाधित है. इसके लिए वन विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की मांग की गयी है जैसे ही या सर्टिफिकेट मिल जायेगा पेड़ को हटा दिया जायेगा और काम शुरू कर दिया जायेगा.आलोक कुमार, कार्यपालक अभियंता, आरसीडीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है