छपरा. छपरा स्थित सदर अस्पताल में रेलवे लोको पायलट पद पर चयन के लिए मेडिकल जांच कराने आये अभ्यर्थियों की भारी भीड़ उमड़ रही है. पिछले पांच दिनों से चल रही इस प्रक्रिया में अब तक 60 अभ्यर्थियों की जांच की जा चुकी है, लेकिन जांच की गति बेहद धीमी बनी हुई है. इसकी मुख्य वजह चिकित्सकों की भारी कमी है, जो प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है. डॉ संजीव कुमार अकेले ही नेत्र, रक्तचाप, इसीजी, बीएमआइ, मानसिक संतुलन और अन्य सभी जांचें कर रहे हैं. दूसरी चिकित्सक, डॉ स्वाति, इस समय मेडिकल लीव पर हैं, जिसके कारण जांच का पूरा बोझ सिर्फ एक डॉक्टर पर आ गया है. इससे प्रक्रिया बहुत धीमी हो रही है और अभ्यर्थियों को समय पर जांच नहीं मिल पा रही है.
सुबह से शाम तक कतार में होना पड़ रहा है खड़ा
इस मेडिकल जांच प्रक्रिया में छपरा के अलावा सीवान, गोपालगंज, महाराजगंज जैसे आस-पास के जिलों से भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे हैं. अधिकांश अभ्यर्थियों को सुबह से शाम तक इंतजार करना पड़ रहा है. सीवान से आये अभ्यर्थी रंजीत कुमार ने बताया कि वह सुबह नौ बजे से कतार में थे, लेकिन फिर भी उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा.अभ्यर्थियों की मेडिकल जांच के कारण ओपीडी के मरीजों को भी परेशानी हो रही है. एक ही चिकित्सक के द्वारा मेडिकल जांच किये जाने से ओपीडी में इलाज कराने आये मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है. मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है और कई मरीज तो भीड़ देखकर ही वापस लौट रहे हैं. मंगलवार को इस मुद्दे पर चर्चा की गई, और यह सुझाव दिया गया कि सीवान एवं आसपास के जिलों से आए अभ्यर्थियों के लिए सीवान सदर अस्पताल में ही मेडिकल जांच कराने की व्यवस्था की जाये. इससे छपरा अस्पताल की भीड़ कम होगी और अधिक अभ्यर्थियों का समय बच सकेगा.
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