छपरा. छपरा शहरवासियों के लिए खुशी की बात है कि वर्षों के इंतजार के बाद आखिरकार शिशु पार्क बनकर तैयार हो गया है. कभी असामाजिक तत्वों का अड्डा और पशुओं का बसेरा रहे इस स्थान को अब एक खूबसूरत, हाइटेक और आधुनिक पार्क में तब्दील कर दिया गया है. यह परिवर्तन अपने आप में एक मिसाल है, जहां अब हर कोई सुकून, सुंदरता और संगीत का अनुभव कर सकता है.
बता दें कि करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से सांसद राजीव प्रताप रुडी द्वारा सांसद निधि से तैयार यह शिशु पार्क अब शहर के लोगों के लिए एक बेहतरीन सैरगाह बन गया है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए इसमें मनोरंजन की पूरी व्यवस्था है. पार्क का डिजाइन नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने किया है. शाम के समय जब आर्टिफिशियल लाइट और म्यूजिकल फाउंटेन की धुनें गूंजती हैं, तो यहां की खूबसूरती देखते ही बनती है.बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए बना मनोरंजन का केंद्र
पार्क में चिल्ड्रन प्ले स्टेशन, योग स्थान, रिंग फाउंटेन, म्यूजिकल फाउंटेन शो, म्यूजिकल कलर लाइट, कैफेटेरिया, एम्फीथिएटर, फूड कोर्ट, पार्किंग, शौचालय, पेयजल, और अंडरग्राउंड इरिगेशन व ड्रेनेज सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. पार्क सुबह पांच बजे से नौ बजे तक आम जनता के लिए निशुल्क खुला रहेगा, जबकि नौ बजे के बाद से शाम आठ बजे तक एक न्यूनतम शुल्क पर इसका प्रवेश रहेगा.सेल्फी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र
शहर के युवाओं को अब एक नया और खूबसूरत सेल्फी स्पॉट मिल गया है. तालाब के किनारे, रंगीन फव्वारों के सामने या हरियाली से भरे ट्रैक पर घूमते हुए लोग एक से एक यादगार तस्वीरें ले सकते हैं. पार्क का हर कोना फोटो लेने वालों के लिए परफेक्ट बैकड्रॉप प्रदान करता है. इसके अलावा पार्क में हर कोने पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. साथ ही कंट्रोल रूम की भी व्यवस्था की गयी है. स्थायी बिजली कनेक्शन की प्रक्रिया जारी है, जिसे पूरा होते ही पार्क की रात की रौनक और बढ़ जायेगी.वन विभाग को सौंपी गयी देखरेख की जिम्मेदारी
पार्क के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गयी है. हाल ही में डीएम अमन समीर ने निरीक्षण कर कई जरूरी निर्देश दिये हैं ताकि आने वाले 10 से 15 दिनों में पार्क को और अधिक खूबसूरत व सुविधाजनक बनाया जा सके. सांसद प्रतिनिधि इंजीनियर सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस पार्क को शुरू तो कर दिया गया है, लेकिन असली आनंद तब मिलेगा जब बिजली की व्यवस्था पूरी तरह से बहाल हो जायेगी. शिशु पार्क न केवल छपरा बल्कि पूरे सारण जिला के लिए एक नयी पहचान बन गया है. यह सिर्फ एक पार्क नहीं, बल्कि प्रकृति और तकनीक का अद्भुत संगम है, जहां हर आयु वर्ग का व्यक्ति आकर सुकून पा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है