छपरा. ग्रीष्मावकाश के बाद आज से जिले की सभी सरकरी विद्यालय खुल जाएंगे. इस बार विद्यालय खुलने पर बच्चों के लिए स्वागत सप्ताह का आयोजन किया जायेगा. स्वागत सप्ताह के दैरान सभी सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में प्रत्येक दिन अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की जायेगी. वहीं कार्यक्रम के आखिरी दिन अभिभावक शिक्षक बैठक का आयेाजन कर स्वागत सप्ताह का समापन किया जाएगा. इसकी जानकारी देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर ने बताया कि इस बिंदु से संबंधित जानकारी जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दे दी गई है. इस आदेश का अनुपालन हर हाल में कराना होगा.
प्राइवेट स्कूलों के तर्ज पर सरकारी स्कूलों में कार्यक्रम कराने का लिया गया निर्णय
बताया जाता है कि इस बार शिक्षा विभाग ने निजी विद्यालयों के तर्ज पर ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलने पर स्वागत सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है. जिसे लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर को को ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलते ही स्वागत सप्ताह मनाने का निर्देश दिया है.
शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाना है कार्यक्रम का उद्देश्य
स्वागत सप्ताह मनाने का मुख्य मकसद गर्मी की छुट्टी के बाद विद्यालय खुलने पर छात्रों में शिक्षा के प्रति रूची बढ़ाना है. विभाग का मानना है कि गर्मी की छुट्टी के कारण लगभग 23 दिनों तक विद्यालय बंद था. ऐसे में विद्यालय आने की निरंतरता टूट जाती है. छात्र विद्यालय जाने से कतराते हैं. जिसे देखते हुए विद्यालय आने के साथ पढ़ाई में रूची बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभगा द्वारा स्वागत सप्ताह मनाने का पहल किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाना है. इस कार्यक्रम के तहत सप्ताह के छह दिनों के लिए अलग-अलग गतिविधियां तैयार की गई है. ताकि गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को विद्यालय आना बोझ न लगे.साथ ही विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति भी शत प्रतिशत हो. वहीं छात्रों में पढ़ाई के प्रति रूची भी बढ़े. स्वागत सप्ताह के प्रथम दिन 23 जून सोमवार को विद्यालयों की साफ-सफाई करा कर उसे सजाया जाएगा. इस दौरान विद्यालय पहुंचने वाले बच्चों का फूल-माला के साथ शिक्षक अभिनंदन करेंगे.विद्यालयों की साफ-सफाई करा कर सजाया जायेगा
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सप्ताह के प्रथम दिन 23 जून सोमवार को विद्यालयों की साफ-सफाई करा कर उसे सजाया जाएगा. इस दौरान विद्यालय पहुंचने वाले बच्चों का फूल-माला के साथ शिक्षक अभिनंदन करेंगे. जिससे प्रथम दिन पहुंचने वाले छात्रों को विद्यालय पहुंचने पर एक सुखद एहसास का अनुभव हो सके. छात्रों का स्वगत करने के बाद कक्षा का संचालन किया जाएगा. वहीं दूसरे दिन 24 जून को गर्मी की छुट्टी में छात्रों को दिए गए गृह कार्य की जांच शिक्षकों द्वारा की जाएगी. शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है कि जो भी छात्र गृह कार्य नहीं किये हैं, वैसे छात्रों को कोई भी शिक्षक डाटेंगे नहीं, बल्कि उन्हें डाटने के बजाय गृह कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे. उनसे संवाद कर उसकी परेशानी जानेंगे. साथ हीं गृह कार्य करने में छात्रों को जो परेशानी आ रही है, शिक्षक उस परेशानी को दूर कराएंगें. विभाग द्वारा कहा गया है कि गृह कार्य नहीं करने वाले किसी बच्चे से सख्ती नहीं की जाए. उन्हें प्यार से समझाया जाए. गृह कार्य नहीं करने वाले बच्चों के साथ सख्ती करने से वे विद्यालय आने से कतराने लगेंगे. जिससे विद्यालयों में छात्रों की शत प्रतिशत उपस्थिति पर असर पड़ेगा. वहीं तीसरे दिन 25 जून को गणित एक्सप्रेस का आयोजन छात्रों के लिए किया जायेगा, जिसके अंतर्गत गणितीय प्रतियोगिता, सामान्य विज्ञान व ज्ञानवर्धक प्रतियोगिता बच्चों के बीच आयोजित की जाएगी, ताकि प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों की दिलचस्पी गणित की पढ़ाई के प्रति बढ़े. वहीं चौथे दिन 26 जून को बच्चों से पाठ्य पुस्तक पढ़वाने का कार्य किया जाएगा. उन्हें अच्छे गुण, मूल्य और आचरण सिखाया जाएगा. अंतिम दिन 27 जून को फिर से स्वागत समारोह होगा जिसमें बच्चों को बैच प्रदान किया जाएगा. यदि यह सभी प्रक्रियाएं अपनाई जाती है तो निश्चित तौर पर बच्चों के मन में सकारात्मक सोच जायेगी. एक बेहतर माहौल तैयार होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है