छपरा. उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण राम-जानकी पथ के पहले चरण का निर्माण कार्य 27 जुलाई यानी आज से शुरू होने जा रहा है. इस फेज में बिहार के सीवान से मशरक तक कुल 50 किलोमीटर लंबाई की फोरलेन सड़क का निर्माण होगा. इस परियोजना पर लगभग 1027 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी. भूमि अधिग्रहण के लिए स्वीकृत 27 करोड़ रुपये के आवंटन के विपरीत, 11 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा भुगतान कर दिया गया है. कुल आठ मौजा में से चार मौजा में ट्रेंच कटिंग कराकर भौतिक दखल-कब्जा एनएचएआइ को सौंप दिया गया है. जल्द ही सारण जिले से राम-जानकी पथ गुजरता हुआ दिखायी देगा. 26 जुलाई को जिलाधिकारी अमन समीर ने अपर समाहर्त्ता, दोनों सहायक जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, परियोजना निदेशक एनएचएआइ छपरा, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल छपरा तथा मशरक अंचलाधिकारी के साथ मशरख अंतर्गत चैनपुर स्थित निर्माण स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य को समय पर शुरू करने तथा तेजी से पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये.
पथ निर्माण के लिए बड़ा नक्शा तैयार कराने का निर्देश
निर्माण कार्य के लिए सभी संबंधित खेसरा की जानकारी अंकित करते हुए एक बड़ा नक्शा तैयार करने का निर्देश दिया गया है. इसका उद्देश्य मुआवजा भुगतान के लिए शेष रैयतों की पहचान करना और उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा राशि का भुगतान सुनिश्चित करना है. निर्माण एजेंसी को भी 27 जुलाई से राम-जानकी पथ के निर्माण कार्य को प्रारंभ करने का आदेश दिया गया है. राम-जानकी पथ परियोजना के तहत जिला के आठ राजस्व ग्रामों में लगभग 23 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है. मुआवजा वितरण के लिए संबंधित पंचाटियों के घर-घर जाकर दस्तावेज प्राप्त कर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है