छपरा. जिले में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. आपसी विवाद हो या आपराधिक मंशा बात-बात पर हत्या अब आम हो गयी है. बीते 10 दिनों में जिले में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े पांच लोगों की हत्या कर दी है. हैरत की बात यह है कि अब तक पुलिस एक भी मामले में ठोस खुलासा नहीं कर सकी है. लगातार हो रही हत्याओं से आम जनता में दहशत का माहौल है.
शहर के नगर थाना अंतर्गत मिशन रोड मोहल्ला निवासी राजू श्रीवास्तव के 15 वर्षीय पुत्र अभित श्रीवास्तव की दो दिन पहले चाकू गोदकर हत्या कर दी गयी. शव की पहचान होते ही परिवार में कोहराम मच गया. सदर अस्पताल में शव पहुंचते ही चीख-पुकार मच गयी. नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है. बताया जा रहा है कि घटना स्थल सीढ़ी घाट क्षेत्र नशेड़ियों और शराबियों का अड्डा बन चुका है.27 मई को डबल मर्डर, एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली
27 मई की शाम शहर में रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष व प्रसिद्ध व्यवसायी अमरेंद्र सिंह और उनके साझेदार शंभूनाथ सिंह की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना को आज एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन पुलिस अब तक हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है. कुछ संदिग्धों से पूछताछ जरूर की गयी है, पर अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.चोरी के दौरान महिला की गला रेतकर हत्या
28 मई को तरैया थाना क्षेत्र के घोघराही रामपुर गांव में अपराधियों ने घर में घुसकर चोरी के दौरान सुनीता देवी 30 वर्ष की गला रेतकर हत्या कर दी. सुनीता देवी शंभू कुमार सिंह की पत्नी थीं. जब वह नींद से जागीं तो अपराधियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया और चोरी कर फरार हो गये. घटना के समय उनकी दो छोटी बेटियां भी वहीं सो रही थीं, जिन्हें कुछ पता नहीं चला। सुबह परिजन नीचे आए तो वारदात का खुलासा हुआ. इस मामले में भी पुलिस अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.30 मई को सलमान की चाकू गोदकर हत्या
30 मई को भगवान बाजार थाना क्षेत्र के गंडक कॉलोनी में 22 वर्षीय सलमान उर्फ छोटे की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गयी. गंभीर रूप से घायल सलमान को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. सलमान पेशे से टेंपो चालक था. पुलिस इस हत्याकांड की भी जांच कर रही है, पर अब तक इसमें भी कोई ठोस सफलता नहीं मिली है.जनता में दहशत, पुलिस पर उठ रहे सवाल
लगातार हो रही हत्याओं और पुलिस की विफलता से जिले के लोग दहशत में हैं. आम लोगों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस इन मामलों में कब तक हत्यारों को गिरफ्तार कर पाती है और आमजन में भरोसा बहाल कर पाती है.
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