छपरा. गर्मी और लू ने जिलेवासियों की दिनचर्या पर सीधा असर डाल दिया है. शनिवार को सुबह सात बजे ही तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो दिन भर और अधिक बढ़ता गया. कड़ी धूप और उमस के कारण लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, उल्टी और पेट दर्द जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोग अब बड़ी संख्या में छपरा सदर अस्पताल और विभिन्न निजी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं.
सदर अस्पताल में बढ़ रही है मरीजों की संख्या
सदर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, बीते दो-तीन दिनों में ओपीडी में मरीजों की संख्या में 30-40 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गयी है. ओपीडी में आने वाले मरीजों में से करीब 50 से 60 फीसदी मरीज गर्मी जनित बीमारियों से पीड़ित पाये गये हैं. इनमें सबसे अधिक मामले डिहाइड्रेशन, उल्टी-दस्त, पेट दर्द, और तेज बुखार के हैं. गंभीर मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट किया गया, वहीं दो-तीन मरीजों को हीटवेव वार्ड में भर्ती किया गया है. वरिष्ठ चिकित्सकों के अनुसार, सबसे ज्यादा खतरा बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को है.वरिष्ठ चिकित्सक डॉ केएम दुबे ने कहा कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और थायरॉइड जैसी समस्याओं से ग्रस्त मरीजों को खासतौर पर सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कड़ी धूप से लौटने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. शरीर को ठंडा होने का समय देना जरूरी है.डॉक्टरों की सलाह
दिन के गर्म समय में 11 बजे से चार बजे तक बाहर निकलने से बचेंअधिक से अधिक पानी पीएं, नींबू पानी, ओआरएस का सेवन करेंखाली पेट बाहर न निकलेंढीले, सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें
खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देंप्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क
जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा गया है और हीटवेव से निबटने के लिए आवश्यक दवाओं और व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है. ग्रामीण इलाकों में भी चिकित्सा कर्मियों को एक्टिव किया गया है.
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