छपरा. मंत्री, विज्ञान, प्रावैधिकी व तकनीकी शिक्षा विभाग सह प्रभारी मंत्री सारण, सुमित कुमार सिंह की अध्यक्षता में सारण जिले में संभावित बाढ़ से निबटने के लिए पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिलाधिकारी ने बाढ़ से जुड़ी सभी तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी. जिला प्रशासन ने निविदा प्रक्रिया के माध्यम से आवश्यक बाढ़ राहत सामग्रियों की दर और आपूर्तिकर्ता तय कर लिए हैं, ताकि आपदा की स्थिति में त्वरित आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.
आश्रय स्थल और सामुदायिक रसोई चिह्नित
जिले के विभिन्न अंचलों में कुल 257 निजी नाव मालिकों के साथ इकरारनामा हुआ है. इसके साथ ही बाढ़ राहत के लिए 213 आश्रय स्थल और 192 सामुदायिक रसोई स्थलों की पहचान की गयी है, जहां जरूरतमंदों को तत्काल सहायता उपलब्ध करायी जायेगी. स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए, 159 स्थैतिक और 41 चलंत स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 200 चिकित्सा दलों की तैनाती की तैयारी पूरी कर ली गयी है. 2024 में आयी बाढ़ में 22,259 परिवार प्रभावित हुए थे, जिन्हें 15.58 करोड़ रुपये अनुग्रह अनुदान के रूप में वितरित किये गये.जिला प्रशासन ने इस प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाये रखी. इसके अलावा 16 बाढ़ प्रभावित अंचलों में 32 पशु आश्रय स्थल चिन्हित किए गये हैं. साथ ही निविदा के जरिए पशुचारा की दर और आपूर्तिकर्ता का निर्धारण कर लिया गया है. पशु चिकित्सा शिविरों का संचालन भी सुनिश्चित किया जाएगा. मंत्री सुमित कुमार सिंह ने बैठक में सभी विभागों के पदाधिकारियों को आदेश दिया कि वे आपदा प्रबंधन की मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप समुचित और समयबद्ध तैयारियां सुनिश्चित करें. बैठक में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, जिला परिषद अध्यक्ष, नगर निगम के मेयर, उपमेयर, नगर आयुक्त सहित सभी अनुमंडल एवं अंचल अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के तहत 17 अमीनों को नियोजन पत्र भी वितरित किये गये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है