छपरा. प्रमंडलीय मुख्यालय के लिए प्रस्तावित राष्ट्रीय स्तर का बस स्टैंड निर्माण का सपना अब सच होता नजर आ रहा है. इसी महीने के अंत तक नये बस स्टैंड निर्माण के लिए शिलान्यास की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और इसी के साथ निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. शिलान्यास जिला परिषद अध्यक्ष और जिले के अन्य अधिकारियों के हाथों संभव हो सकता है. अगस्त माह से युद्ध स्तर पर काम शुरू हो जायेगा. जिलाधिकारी अमन समीर इस योजना को अंतिम रूप देने के लिए अधिकारियों से प्रतिदिन की रिपोर्ट ले रहे हैं.
अभी तक यह है स्थिति :
जिला परिषद के अधिकारियों से वार्ता के क्रम में यह जानकारी मिली कि टेक्निकल बीड खुल चुका है. छह संवेदकों ने टेंडर डाला है. 24 जुलाई तक दावा-आपत्ति ली जायेगी. 26 से 27 जुलाई को फाइनेंशियल बीड पर चर्चा होगी जिनका सबसे कम रेट होगा वह निर्माण कार्ड शुरू करेंगे. इसके लिए यह पूरी पूरी संभावना है कि 31 जुलाई को शिलान्यास का काम हो जायेगा. इसके लिए भी तैयारी हो रही है. इसके निर्माण पर लगभग 20 करोड रुपए खर्च होंगे. जिला परिषद के अपर कार्यपालक पदाधिकारी सुशेंद्र पाल ने बताया कि जुलाई के अंत तक शिलान्यास हो जाने की पूरी संभावना है.प्रमंडल के लोगों का सपना अब सच होगा :
प्रमंडलीय मुख्यालय छपरा के लोग एक अदद बस स्टैंड के लिए तरस रहे थे, अब उन्हें शानदार बस स्टैंड का सौगात मिल गया है. बस स्टैंड नहीं होने की वजह से प्रमंडल के छपरा, सीवान, गोपालगंज जिले के लोग काफी परेशान रहते थे. सिवान और गोपालगंज से जो लोग जिला मुख्यालय में ट्रेन पकड़ने के लिए आते थे उन्हें यात्रा के लिए बसे नहीं मिल पाती थी. दूसरी बात की पूरे शहर में बस चालकों का हड़कंप मचा हुआ रहता था. यातायात व्यवस्था चौपट करने में इनका सबसे बड़ा हाथ था. अब यह बस स्टैंड मुख्य शहर से हटकर रतनपुरा में है, जो सीधे फोरलेन से कनेक्ट हो गया है.16 मीटर चौड़ी होगी सड़क :
जिला परिषद इंजीनियर के अनुसार मुख्य सड़क की चौड़ाई 50 फुट तक होगी. मीटर में बात करें तो लगभग 16 मीटर चौड़ी सड़क होगी. मापी के क्रम में यह बात सामने आई कि फिलहाल 10 मीटर चौड़ी सड़क है इसे दोनों साइड में साढ़े तीन-तीन मी बढ़ाया जायेगा. इस तरह लगभग 50 फुट चौड़ी सड़क बन रही है. इस सड़क पर एक बार में दो से तीन बसें आसानी से गुजर सकती हैं. प्रमंडलीय मुख्यालय में बस स्टैंड का निर्माण यदि शुरू हो जाता है, तो निश्चित तौर पर इसके लिए जिलाधिकारी अमन समीर और जिला परिषद अध्यक्ष जय मित्र देवी का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जायेगा. एक साल पहले जिलाधिकारी अमन समीर ने जिला परिषद की विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए नये बस स्टैंड के निर्माण के लिए महिला आइटीआइ के पास लगभग पांच एकड़ जमीन चिह्नित करवाया था, जिला परिषद अध्यक्ष ने शानदार भूमिका निभाते हुए अपनी सहमति दे दी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है