छपरा. छपरा जंक्शन पर बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब वाशिंग पीट में खड़ी ट्रेन संख्या 05113 की सफाई के दौरान एक कोच के नीचे मानव शरीर के अंग एक हाथ और एक पैर मिले. जैसे ही सफाईकर्मियों की नजर इन अंगों पर पड़ी, उन्होंने तत्काल इसकी सूचना स्टेशन अधीक्षक राजन कुमार को दी. वही स्टेशन अधीक्षक ने तत्काल जीआरपी को मेमो भेजकर सूचित किया.
सूचना मिलते ही जीआरपी की टीम मौके पर पहुंची और कोच के नीचे फंसे अंगों को बाहर निकालकर जांच शुरू की. तत्पश्चात उन्हें पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया गया.चिकित्सकीय जांच में फंसा मामला
सदर अस्पताल में चिकित्सकों की तीन सदस्यीय टीम डॉ मयंक, डॉ विजय लाल, तथा डॉ अश्विनी कुमार द्वारा जांच की गयी. जांच के बाद डॉ मयंक ने बताया कि यदि शव पूरा होता तो पोस्टमार्टम किया जा सकता था, लेकिन केवल हाथ और पैर मिलने से पोस्टमार्टम प्रक्रिया में कठिनाई आ रही है फिलहाल इसे पहचानने और मौत के कारण का पता लगाने में परेशानी हो रही है. वही अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये अंग वहां कैसे पहुंचे. वही इस सन्दर्भ मे जीआरपी के अधिकारी अब इस मामले की जांच में जुट गये हैं और आसपास के रेलवे स्टेशनों से संपर्क कर यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि कहीं किसी अन्य स्टेशन पर कोई व्यक्ति लापता तो नहीं हुआ. इसके साथ ही रेलवे की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है, जिससे यह पता चल सके कि मानव अंग कोच के नीचे कैसे पहुंचे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है