छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कई कार्यालयों से गोपनीय जानकारियां तथा महत्वपूर्ण सूचनाएं बिना किसी अधिकृत नोटिफिकेशन के ही लीक हो जा रही हैं. कई बार तो छात्रहित में लिये गये निर्णय तथा राजभवन से आये निर्देश भी बिना नोटिफिकेशन के ही सोशल मीडिया पर वायरल हो जा रहे हैं. जिससे विश्वविद्यालय के अधिकारियों की परेशानी बढ़ गयी है. कई बार तो नामांकन, परीक्षा व नियुक्ति आदि से जुड़े निर्णय नोटिफिकेशन जारी होने से पहले ही लीक होकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच जा रहे हैं. जिस कारण विश्वविद्यालय को कई कठिनाइयों से गुजरना पड़ रहा है. कुछ माह पूर्व भी इस तरह के मामले सामने आये थे. जिसके बाद इस विषय पर संज्ञान लेते हुए कुलपति के निर्देश पर रजिस्ट्रार डॉ नारायण दास ने विश्वविद्यालय के पदाधिकारी तथा कर्मचारियों के लिए एक नया गाइडलाइन जारी किया था. इस गाइडलाइन में उन्होंने कहा है था कि प्रशासनिक भवन में आने से पहले पदाधिकारी व कर्मचारियों को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि उनके पास बाहर से लायी गयी कोई भी ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मौजूद न हो जिसका दुरुपयोग सूचनाओं को लीक करने में किया जा सके. इसके बाद भी निर्देशों की लगातार अवहेलना की जा रही है.
लैपटॉप, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क आदि नहीं लाना है
पूर्व में जारी निर्देश के अनुसार लैपटॉप, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क आदि लेकर अब पदाधिकारी व कर्मचारी प्रशासनिक भवन में नहीं आ सकते हैं. मुख्य गेट पर ही इसकी जांच होनी है. मोबाइल से भी विश्वविद्यालय से संबंधित कोई भी जानकारी बाहरी व्यक्ति को नहीं भेजी जायेगी. यदि ऐसा करते हुए कोई भी पदाधिकारी या कर्मचारी पाये जाते हैं. तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी है. विदित होगी पूर्व में भी कई नोटिफिकेशन जारी होने से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गये थे. वहीं कई ऐसी गोपनीय जानकारियां जो विश्वविद्यालय के कंप्यूटर में सुरक्षित थी. वह भी बाहरी लोगों के हाथ लग गयी थी. जिसका सोशल मीडिया पर काफी दुरुपयोग किया गया था. इससे विश्वविद्यालय को काफी क्षति भी पहुंची थी. जिसके बाद यह निर्णय लिया गया था.कार्यालय छोड़कर चाय दुकान व साइबर कैफे भी नहीं जायेंगे कर्मी
विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार परीक्षा कोषांग, वित्त विभाग तथा गोपनीय विभाग के कर्मचारी किसी भी स्थिति में विश्वविद्यालय परिसर से बाहर स्थित चाय दुकान या साइबर कैफे में नहीं जायेंगे. क्योंकि कई बार ऐसा देखा गया है कि कर्मचारी विश्वविद्यालय की गोपनीय सूचनाओं को पेन ड्राइव या हार्ड डिस्क में ले जाते हैं और किसी साइबर कैफे में जाकर इसे अपलोड कर बाहरी लोगों को भेज देते हैं. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को चाय नाश्ता या अन्य जरूरी सामग्रियां कैंपस में ही उपलब्ध करायी जायेंगी. इसके लिए कार्य अवधि के दौरान उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. कुलपति प्रो परमेन्द्र कुमार बाजपेई ने इन निर्देशों का सख्ती से पालन कराये जाने की बात कही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है