छपरा. सदर अस्पताल में सोमवार को ओपीडी विभाग में मरीजों की भारी भीड़ देखी गयी. मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर साफ देखा जा रहा है.
वायरल फीवर, डिहाइड्रेशन, सर्दी-जुकाम, खांसी समेत अन्य मौसमी बीमारियों के कारण बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचे. विशेष रूप से मेडिसिन विभाग और शिशु रोग विभाग में सबसे अधिक मरीजों की भीड़ देखी गयी. बच्चों में बुखार, उल्टी-दस्त, और कमजोरी की शिकायत लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे. इस संदर्भ में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ संदीप कुमार ने बताया कि मौसम में उतार-चढ़ाव को लेकर बच्चों के प्रति सावधानियां बरतनी होगी. हल्का बुखार या उल्टी होने पर ही तुरंत चिकित्सकीय सलाह के लिए अस्पताल पहुंचें और चिकित्सक से परामर्श ले.हड्डी और आंख विभाग में भी लगीं कतारें
हड्डी विभाग में भी सुबह से ही मरीजों की लंबी कतारें देखी गयीं. ज्यादातर लोग गिरने, चोट लगने या पुराने जोड़ दर्द की समस्याओं को लेकर डॉक्टरों से इलाज कराने पहुंचे थे. आंख विभाग में भी सोमवार को भारी भीड़ उमड़ी. दरअसल, पुलिस बहाली की प्रक्रिया के दौरान लंबे समय तक चिकित्सक अनुपस्थित रहे थे, जिसके चलते करीब एक महीने बाद विभाग में पुनः जांच शुरू हुई. इस कारण काफी संख्या में पुराने और नये मरीज आंखों की जांच के लिए पहुंचे.अल्ट्रासाउंड जांच बनी बड़ी चुनौती
जहां एक ओर ओपीडी में चिकित्सकों की उपलब्धता और इलाज को लेकर लोगों में संतोष देखा गया, वहीं अल्ट्रासाउंड जांच के क्षेत्र में अब भी बड़ी समस्या बनी हुई है. अल्ट्रासाउंड विभाग में कर्मियों की कमी के कारण मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. कई बार तो मरीजों को निजी क्लिनिक का सहारा लेना पड़ रहा है. इतनी भीड़ के बावजूद लोगों में सरकारी अस्पताल को लेकर विश्वास बढ़ा है. मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि प्राथमिक इलाज के लिए सदर अस्पताल बेहतर विकल्प है और यहां अधिकांश चिकित्सक उपलब्ध रहते हैं. वहीं मरीजों का कहना था कि अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच सुविधाओं को बेहतर किया जाये, ताकि हर मरीज को समय पर जांच किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है