छपरा. जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है, वैसे-वैसे सदर अस्पताल में बीमार बच्चों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. खासकर स्कूल से लौटते समय लू और तेज धूप की चपेट में आकर बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. शनिवार को अस्पताल की ओपीडी में पहले शिफ्ट में 32 बीमार बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया गया. पिछले एक सप्ताह से बुखार, सर्दी, खांसी, उल्टी और डिहाइड्रेशन से पीड़ित बच्चे इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने जानकारी दी कि इस भीषण गर्मी के मद्देनजर बच्चों के इलाज के लिए अस्पताल में समुचित व्यवस्थाएं की गयी हैं. नवजात शिशुओं की विशेष देखभाल के लिए एसएनसीयू में बेड की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले परिजनों का कहना है कि यदि चिकित्सक समय पर ओपीडी में उपस्थित हों, तो वे तेज धूप होने से पहले ही इलाज कराकर घर लौट सकते हैं. हालांकि, कई विभागों में चिकित्सक निर्धारित समय से एक से दो घंटे की देरी से पहुंच रहे हैं, जिससे भीड़ और असुविधा बढ़ रही है. ओपीडी और आपातकालीन विभाग में सबसे अधिक उल्टी और डिहाइड्रेशन के मरीज पहुंच रहे हैं. इस विषय पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ संदीप कुमार ने बताया कि 0 से 2 वर्ष तक के बच्चों को लू से बचाकर घर के अंदर ही रखें. पांच वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को नियमित रूप से ओआरएस और ग्लूकोज का सेवन कराना चाहिए. उन्होंने यह भी बताया कि आवश्यक दवाएं ओपीडी में उपलब्ध हैं.
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