छपरा. कभी उत्तर बिहार का चर्चित और व्यस्ततम मार्केट रहा हथुआ बाजार आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. एक समय था जब यहां खरीदारी करना गर्व की बात मानी जाती थी, लेकिन आज स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है. गंदगी, जलजमाव, पार्किंग की समस्या और मूलभूत सुविधाओं के अभाव ने इस ऐतिहासिक बाजार को बदनाम कर दिया है. मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि 30 वर्षों से फर्श की हालत जस की तस बनी हुई है. ना तो ढलाई करवाई गयी और ना ही पीसीसी का कार्य हुआ. चेकर टाइल्स लगाने की योजना वर्षों से नगर निगम की बोर्ड बैठक में पारित होती रही, लेकिन आज तक ज़मीन पर कुछ नहीं उतरा.
बारिश में जलजमाव, बाकी समय गंदगी
बरसात के दिनों में हथुआ मार्केट झील में तब्दील हो जाता है, जिससे दुकानदारों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. अन्य दिनों में पूरे बाजार में गंदगी और कचरे का अंबार लगा रहता है. दुकानदारों का कहना है कि वे नियमित रूप से टैक्स का भुगतान करते हैं, बावजूद इसके सुविधाएं नहीं मिलतीं.नहीं है शौचालय और पेयजल की व्यवस्था
मार्केट में न तो शौचालय है और न ही पेयजल की कोई सुविधा. यहां तक कि एक भी चापाकल तक नहीं लगाया गया है. सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और ग्राहकों को होती है. वहीं, बेतरतीब वाहनों की पार्किंग ने आम लोगों के लिए बाजार में आना दूभर कर दिया है. हथुआ मार्केट कभी उत्तर बिहार के सबसे प्रमुख बाजारों में गिना जाता था. शादी-ब्याह से लेकर त्योहारों तक खरीदारी के लिए लोग यहां दूर-दूर से आते थे, लेकिन अब यह बाजार अपनी पहचान खोता जा रहा है. खाली पड़ी जमीन पर कचरा डंप किया जा रहा है, जिससे स्थिति और भी बदतर हो गयी है.10 वर्षों में कारोबार घटा 70 फीसदी
व्यापारियों के अनुसार, जहां एक दशक पहले रोजाना 1.5 करोड़ रुपये तक का कारोबार होता था, वहीं अब यह घटकर मात्र 30 से 40 लाख रुपये प्रतिदिन रह गया है. लगभग 450 दुकानों वाले इस बाजार में अब ग्राहक आना कम कर चुके हैं. वहीं वार्ड पार्षद राजू श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने कई बार नगर निगम से साफ-सफाई, यूरिनल, शौचालय, पेयजल आदि की व्यवस्था की मांग की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.साफ-सफाई के दिये गये हैं निर्देश
हथुआ मार्केट में साफ-सफाई को लेकर निर्देश दिया गया है. हाल ही में सभी नालों की उड़ाही करायी गयी है. बरसात में जलजमाव न लगे इसका भी ध्यान रखा जायेगा. इसके सौंदर्य करण के लिए योजनाएं तैयार की गयी है. यहां पिक टॉयलेट और यूरिनल का निर्माण कराया जायेगा. फर्श निर्माण के लिए भी चर्चा चल रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है