छपरा. छपरा सदर अस्पताल के नवनिर्मित आधुनिक भवन में शनिवार को एक शर्मनाक वाकया सामने आया, जिसने अस्पताल प्रबंधन की संवेदनहीनता और प्रशासनिक लापरवाही की पोल खोलकर रख दी. अस्पताल में लगे लिफ्ट के खराब हो जाने के कारण प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक गर्भवती महिला को उसके परिजनों ने गोद में उठाकर तीसरी मंजिल तक पहुंचाया. शनिवार को हुई यह घटना कोई पहली बार नहीं है जब मरीजों को स्ट्रेचर या लिफ्ट के अभाव में इस प्रकार की पीड़ा झेलनी पड़ी हो. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले भी गंभीर मरीजों को अस्पताल के गेट से लेकर इमरजेंसी तक चादर या कंधे पर ढोकर लाया जाता रहा है, क्योंकि समय पर न स्ट्रेचर मिलता है, न कोई सहयोग. इस विषय में पूछे जाने पर अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने कहा कि लिफ्ट में तकनीकी खराबी आयी है, जिसके मेंटेनेंस के लिए टेक्नीशियन को बुलाया गया है. एक-दो दिन में लिफ्ट फिर से चालू हो जायेगी. उन्होंने यह भी दावा किया कि गंभीर मरीजों को रैंप के ज़रिए स्ट्रेचर से ले जाने की व्यवस्था है और हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीजों की सहायता की जाती है. हालांकि घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, इस तरह की कोई सक्रिय मदद उन्हें नजर नहीं आयी.
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