छपरा. ऐतिहासिक खनूआ नाला के निर्माण में बाधक बने सांढा ढाला स्थित मछलीहट्टा को नगर निगम ने कार्रवाई कर स्थानांतरित कर दिया है. इस प्रक्रिया में नगर निगम को मछली व्यवसाइयों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि यह कार्य शहर के हित में है. नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, मछलीहट्टा नाले के ठीक ऊपर लगने के कारण निर्माण कार्य बाधित हो रहा था. निर्माण कार्य की जिम्मेदारी संभाल रही बुडको एजेंसी ने कई बार लिखित रूप से नगर प्रशासन और जिलाधिकारी को इसकी जानकारी दी थी. एजेंसी का कहना था कि जब तक मछली बाजार को स्थानांतरित नहीं किया जाता, तब तक निर्माण संभव नहीं है.
बुडको ने जिलाधिकारी से की थी शिकायत
बुडको द्वारा लगातार नोटिस दिये जाने के बावजूद जब मछली व्यापारी अपनी दुकानें हटाने को तैयार नहीं हुए, तो एजेंसी ने सारण डीएम से हस्तक्षेप की मांग की. इसके बाद जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को आवश्यक बल के साथ कार्रवाई कर मछलीहट्टा को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया.नयी जगह स्थानांतरित हुआ मछलीहट्टा
नगर निगम ने मछली बाजार को पास ही पुल के उस पार स्थानांतरित कर दिया है. स्वच्छता पदाधिकारी संजीव कुमार के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने दुकानदारों को स्पष्ट हिदायत दी कि वे पूर्व स्थल पर दोबारा दुकान न लगाएं. नगर निगम ने कहा कि नाले के ऊपर मछलीहट्टा लगाना न केवल निर्माण कार्य में बाधा है, बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक है. वहीं स्वच्छता पदाधिकारी संजीव कुमार ने कहा, जिलाधिकारी के निर्देश पर यह कार्रवाई की गयी है. निर्माण एजेंसी की ओर से बार-बार सूचना दी जा रही थी कि जब तक स्थल खाली नहीं कराया जाएगा, निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ सकेगा. नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अब बाधा हटने के बाद निर्माण कार्य में तेजी लायी जायेगी. नगर प्रशासन ने जनता से सहयोग की अपील की है ताकि महत्वपूर्ण परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है