छपरा. जिलाधिकारी अमन समीर ने नगर निगम में व्याप्त गंदगी, जलजमाव और पेंडिंग योजनाओं को स्वत: संज्ञान में लिया और नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडे को अविलंब निगम क्षेत्र की सभी समस्याओं पर कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. यदि नगर आयुक्त के द्वारा जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की जाती है, तो निश्चित तौर पर करवाई की गाज नगर आयुक्त पर गिर सकती है. डीएम के आदेश के बाद नगर आयुक्त ने निगम बोर्ड की आपात बैठक बुलायी है. यह बैठक आज 11:00 से होगी, जिसमें कई मुद्दों पर ठोस निर्णय लिए जा सकते हैं. योजनाओं की फाइल को पेंडिंग रखने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है.
डीएम ने सुधार का दिया निर्देश
नगर आयुक्त ने महापौर, उपमहापौर, सभी पार्षदों और निगम के सभी अधिकारियों को पत्र लिखते हुए कहा है कि जिला पदाधिकारी के 21 मई के पत्र के द्वारा नगर निगम छपरा के समस्त वार्डो में साफ-सफाई की गिरती व्यवस्था, जल जमाव, स्ट्रीट लाइट और प्रकाश व्यवस्था के प्रति गंभीर रोष व्यक्त किया गया है. डीएम ने अपेक्षित सुधार का निदेश दिया है. ऐसे में सफाई व्यवस्था, प्रकाश और जल जमाव की वार्ड-वार समीक्षा के लिए 23/06/25 को निगम सभाकक्ष में पूर्वाहन 11:00 बजे आपात बैठक बुलाई गई है. इसमें वार्ड की समस्याओं के तथ्यपरक विवरणी के साथ पार्षदों को शामिल होने की अपील की गई है.सुधार नहीं होने पर कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को एक सप्ताह का समय देते हुए कहा है कि एक सप्ताह के अंदर विभिन्न बिंदुओं में सुधार दिखने चाहिए यदि ऐसा नहीं होता है तो राज्य और विभाग के बड़े अधिकारियों को कार्रवाई अनुशंसा पत्र लिखा जा सकता है. यदि ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर नगर आयुक्त समेत कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है. नगर आयुक्त ने पार्षदों से अपील की है कि बैठक में ऐसा निर्णय लिया जाए जिससे एक सप्ताह के अंदर निगम क्षेत्र में अपेक्षित सुधार दिखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है