बनियापुर. बनियापुर थाना क्षेत्र के कराह दरगाही टोले में शुक्रवार की देर रात दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में 52 वर्षीय रामाशंकर प्रसाद की मौत हो गयी, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये. मृतक रामाशंकर प्रसाद टोले के ही निवासी थे. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, 28 मई को गांव से निकली एक बारात के दौरान डीजे बजाये जाने को लेकर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जतायी थी. उस समय विवाद को शांत करा दिया गया था, लेकिन शुक्रवार की रात वही पुराना विवाद दोनों पक्षों के बीच आमने-सामने की झड़प में बदल गया.
झड़प में लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर और धारदार हथियारों का प्रयोग
झड़प के दौरान दोनों ओर से जमकर लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर और धारदार हथियारों का इस्तेमाल हुआ. इस हिंसक घटना में रामाशंकर प्रसाद के सिर में गंभीर चोट आयी, जिन्हें परिजनों ने बनियापुर रेफरल अस्पताल, फिर सदर अस्पताल छपरा और अंत में पीएमसीएच पटना रेफर किया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. घटना में रामाशंकर प्रसाद की पत्नी लालझरी देवी, परवेज आलम, इसराफिल, अनुज रावत, और एनामुल हक सहित कई अन्य घायल हुए हैं, जिनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में जारी है.गांव पुलिस छावनी में तब्दील
घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया. पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए पूरे गांव को पुलिस छावनी में बदल दिया. जिलाधिकारी अमन समीर, वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष, एसडीओ, एसडीपीओ और अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति नियंत्रण में लायी.एसएसपी डॉ कुमार आशीष ने बताया कि गांव की स्थिति अब पूरी तरह से सामान्य है. पुलिस ने झड़प के दोनों पक्षों के तीन-तीन लोगों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतक की पत्नी लालझरी देवी ने पुलिस में फर्दबयान दर्ज कराते हुए 12 से अधिक लोगों को नामजद किया है. उन्होंने बताया कि विवाद के दौरान एक पक्ष के लोगों ने उनके पति पर फरसे से प्रहार किया था.
शांति बहाली के लिए दोनों पक्षों के बीच हुई बैठक
घटना के अगले दिन विद्यालय परिसर में सदर एसडीओ नितेश कुमार, एसडीपीओ राजकुमार, इंस्पेक्टर किरण शंकर, बीडीओ रमेन्द्र कुमार, सीओ दीनानाथ कुमार, थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि व समाजसेवी एकत्रित हुए. दोनों समुदायों के बीच शांति बहाल करने हेतु बैठक आयोजित की गयी.
28 मई को डीजे बजाने को लेकर हुआ था विवाद
स्थानीय लोगों के अनुसार, 28 मई को निकली बारात के दौरान डीजे बजाने को लेकर एक पक्ष के लोगों ने धार्मिक स्थान के पास विरोध किया था, जिससे विवाद की शुरुआत हुई थी. उस समय बीच-बचाव से मामला शांत हुआ था, लेकिन शुक्रवार की रात पुराना विवाद हिंसक झड़प में बदल गया. रामाशंकर प्रसाद की मौत की खबर से गांव में मातमी सन्नाटा छा गया. परिजन अपनी हार्दिक क्षति को लेकर गमगीन हैं. मृतक अपने परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य थे और मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे. वे चार पुत्रों और एक पुत्री के पिता थे, जिनके शादी-विवाह की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है