सोनपुर. सोनपुर अंचल के सबलपुर दियारा क्षेत्र में गंगा नदी द्वारा हो रहे भयंकर कटाव के चलते अब तक कई घरों के साथ उपजाऊ भूमि, फसलें और पेड़-पौधे नदी में समा चुके हैं. कटाव की गंभीर स्थिति को देखते हुए अब युद्ध स्तर पर कटाव निरोधक कार्य जारी है. फिलहाल बालू से भरी बोरियां और अन्य अस्थायी उपायों से कटाव को कुछ हद तक रोका गया है. गत गुरुवार को सबलपुर पछियारी पंचायत के वार्ड संख्या-01, नया बाजार से पश्चिम की ओर गंगा का कटाव तेज हो गया था, जिससे कई परिवारों के घर नदी में समा गये. इसके साथ ही कई एकड़ उपजाऊ भूमि और फसलें भी कटाव की भेंट चढ़ गयीं. विभागीय अधिकारियों की निगरानी में कटाव रोकने के लिए बालू भरी बोरियों को तट पर जमाया जा रहा है और अन्य उपाय किये जा रहे हैं. हालांकि स्थानीय लोग मानते हैं कि ये उपाय अस्थायी हैं और गंगा के तेज प्रवाह के सामने बार-बार विफल हो चुके हैं. स्थानीय निवासी बताते हैं कि पहले भी बांस-बल्ले गाड़ने से लेकर बोल्डर पिचिंग तक के प्रयास किये गये, लेकिन गंगा की धारा के आगे वे सभी उपाय बेअसर साबित हुए. ग्रामीणों का स्पष्ट मत है कि जब तक पहलेजा से सबलपुर तक रिंग बांध का निर्माण नहीं होता, तब तक दियारे की चारों पंचायतों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती. गौरतलब है कि सबलपुर पछियारी पंचायत के अधिकांश हिस्से पहले ही गंगा में विलीन हो चुके हैं. भिन्निक टोला पूरी तरह कट चुका है, जबकि रायपुर हसन बंगाली टोला का अस्तित्व अब इतिहास बन चुका है. अट्ठाइस टोला के 99 फीसदी घर पहले ही नदी में समा चुके हैं.
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