दिघवारा. मतदाता सूची के सत्यापन के विरोध में महागठबंधन द्वारा बुलाये गये बिहार बंद का बुधवार को दिघवारा, शीतलपुर और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक असर देखने को मिला. सुबह से ही महागठबंधन के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आये और जगह-जगह प्रदर्शन कर वोटर वेरिफिकेशन अभियान को वापस लेने की मांग की. दिघवारा और शीतलपुर बाजार पूरी तरह बंद रहे. आम दिनों की अपेक्षा बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखीं और अपने घरों में ही समय बिताना उचित समझा. ग्राहकों की आवाजाही भी बेहद कम रही. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने कल्लू चौक हराजी, आमी, नवल टोला, मानुपुर, बस्ती जलाल, निजामचक, शीतलपुर-परसा सड़क मार्ग, पीरगंज, छत्तर, छपरा सहित कई स्थानों पर टायर जलाकर आगजनी की और वाहनों का परिचालन अवरुद्ध कर अपना विरोध दर्ज कराया. बंद के दौरान कई स्थानीय नेता और महागठबंधन कार्यकर्ता सड़कों पर सक्रिय दिखे. इस दौरान जिला पार्षद प्रतिनिधि सुमन यादव, पूर्व मुखिया राजू राय, बिंदेश्वरी पासवान, कामेश्वर राय, अजय गुप्ता, रुपू कुमार, मनीष कुमार, विनोद राय, अमरजीत राय, विकास कुमार, नवीन कुमार राय, राहुल कुमार राय, विनोद सरपंच, धर्मलाल पासवान, राजकुमार चौरसिया, संजय राय, मिश्रीलाल महतो एवं प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष अनिल सिंह व अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे. दिघवारा थाना अध्यक्ष डॉ रितेश कुमार मिश्रा दिनभर पुलिस बल के साथ भ्रमणशील रहे. वे विभिन्न स्थानों पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से संवाद स्थापित करते रहे और जाम हटाने की अपील करते नजर आए.
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