छपरा. विधानसभा चुनाव की आहट के बीच मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग ने शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ सघन छापेमारी अभियान तेज कर दिया है. विभाग की मानें तो अब तक की कार्रवाई केवल शुरुआत है, जुलाई महीने से महा अभियान शुरू किया जायेगा, जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है.
85 दिनों में 10,000 से अधिक छापेमारी
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से 24 जून तक मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग द्वारा 10,000 से अधिक छापेमारी की गयी है. इस दौरान 610 प्राथमिकी दर्ज की गयीं. साथ ही 576 आरोपितों को जेल भेजा गया. वहीं 359 शराब पीने वालों को भी जेल की हवा खानी पड़ी. विभाग ने विशेष रूप से उन स्थानों को टारगेट किया, जहां शराब का निर्माण, भंडारण या कच्चा माल जुटाने की आशंका थी.जुलाई से जिलेभर में सघन जांच अभियान
विभागीय सूत्रों के अनुसार, जुलाई से जिले के सभी थाना क्षेत्रों में विशेष छापेमारी अभियान चलाया जायेगा. इसके लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है, जिसमें तेज-तर्रार पुलिसकर्मियों और अफसरों को शामिल किया जा रहा है. जुलाई अभियान के दौरान पुनः सक्रिय हो सकने वाले शराब अड्डों को विशेष रूप से निशाना बनाया जायेगा. टारगेट क्षेत्रों में दियारा क्षेत्र के गांव, रिविलगंज, पानापुर, मकेर, मशरक, बनियापुर, लहलादपुर, मढ़ौरा, सोनपुर, दरियापुर, गड़खा, मांझी प्रखंड, बाजार, दुकान, सुनसान इलाक़े, गोदाम प्रमुख रूप से शामिल हैं.पियक्कड़ और बेचने वाले दोनों होंगे कार्रवाई की जद में
विभाग का कहना है कि शराब पीने और बेचने, दोनों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए रेलवे, बस अड्डे, टैक्सी स्टैंड, ऑटो स्टैंड और अन्य परिवहन साधनों पर विशेष नजर रखी जायेगी. जहां भी कोई संदिग्ध गतिविधि मिलेगी, तत्काल गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई की जायेगी.क्या कहते हैं उत्पाद अधीक्षक
लगभग 85 दिन की यह कार्रवाई है. आने वाले जुलाई महीने में महा अभियान चलाकर कार्रवाई होगी और जिले के हर ऐसे स्थान पर छापेमारी की जायेगी, जहां शराब बेचने वाले, पीने वाले, स्टोर करने वाले की सूचना मिलेगी. केशव कुमार झा, उत्पाद अधीक्षक, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है