छपरा. बिहार का सारण जिला अब जल्द ही बॉलीवुड और टॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं के लिए शूटिंग का पसंदीदा स्थल बनने जा रहा है. हाल ही में अभिनेता पंकज त्रिपाठी की आगामी फिल्म ओह माय डॉग सेनापति की शूटिंग छपरा कलेक्ट्रेट सहित अन्य स्थानों पर पूरी की गयी, जिसे एक ट्रेलर शूट माना जा रहा है. अब इसी फिल्म की मुख्य शूटिंग और अन्य प्रोजेक्ट्स की योजना सारण में बनायी जा रही है.
इस दिशा में सारण जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. बिहार फिल्म निर्माण प्रोत्साहन नीति 2024 के तहत सारण जिले में लगभग तीन दर्जन से अधिक फिल्म शूटिंग स्थलों का चयन किया जा चुका है. जिलाधिकारी अमन समीर और उप विकास आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल इन स्थलों की अंतिम सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं.प्राकृतिक सुंदरता और विरासत से भरपूर होंगे शूटिंग स्थल
फिल्मकारों को आकर्षित करने के लिए जिले के हर प्रखंड से ऐसे स्थानों का चयन किया गया है जो प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और पारंपरिक परिवेश से परिपूर्ण हैं. चयनित स्थलों में राजेन्द्र कॉलेज, शाह बनवारी लाल सरोवर, धर्मनाथ मंदिर, हरिहरनाथ मंदिर, अंबिका भवानी, भिखारी ठाकुर की जन्मस्थली कुतुबपुर, पंडित महेन्द्र मिश्र की जन्मस्थली जलालपुर, गढ़ देवी मंदिर परिसर (मढ़ौरा),दीलिया रहीमपुर पंचायत का दियारा क्षेत्र और प्राकृतिक स्थल, जेपी की जन्मस्थली सिताब दियारा सहित अन्य कई स्थल शामिल है.स्थानीय कलाकारों को भी मिलेगा बढ़ावा
फिल्म निर्माण के साथ-साथ सरकार स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए भी कार्य कर रही है. कला संस्कृति विभाग द्वारा पुणे फिल्म संस्थान, सत्यजीत रे फिल्म संस्थान और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में अध्ययनरत बिहार के छात्रों को छात्रवृत्ति देने की योजना भी शुरू की गयी है.सारण प्रशासन को मिला निर्देश, तेजी से हो रहा कार्यान्वयन
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा जिले के अधिकारियों को पत्र जारी कर बताया गया है कि फिल्म नीति 2024 पूरे राज्य में लागू हो चुकी है. इसके तहत फिल्म निर्माताओं को पुराने मकान, ओपड़ियाँ, कुएँ, तालाब, स्कूल, मंदिर, खेत, फार्म हाउस आदि जैसे स्थानों की आवश्यकता होती है. इसलिए प्रत्येक प्रखंड से ऐसे स्थलों की सूची तैयार कर फिल्म विकास निगम की वेबसाइट पर अपलोड की जानी है.डॉ विभा भारती ने सभी अंचल अधिकारियों को लिखा पत्र
जिला कला संस्कृति पदाधिकारी डॉ. विभा भारती ने सारण जिले के सभी 20 प्रखंडों के अंचलाधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि एक सप्ताह के भीतर हरे-भरे गांव, प्राकृतिक स्थल, पुरानी हवेलियों आदि का चयन कर उनके फोटोग्राफ सहित सूची तैयार करें और वेबसाइट पर अपलोड करें. ताकि बाहर से आने वाले फिल्मकार अपनी आवश्यकतानुसार स्थान का चयन कर सकें.फिल्म शूटिंग के लिए हैं प्राकृतिक सौंदर्य से भरे बहुत सारे स्थान
सारण में फिल्म शूटिंग के लिए प्राकृतिक सौंदर्य से भरे बहुत सारे स्थान है. इतना ही नहीं एक फिल्म निर्माण के लिए जिन-जिन स्थान की जरूरत होती है वैसे-वैसे पौराणिक स्थल सारण में है, जिसका उपयोग निर्माता और निर्देशक कर सकते हैं. बिहार फिल्म निर्माण प्रोत्साहन नीति के तहत ऐसे स्थलों की सूची तैयार की जा रही है. जल्द ही फिल्म निर्माण निगम के वेबसाइट पर डाला जायेगा. यह तय है कि सारण में लाइट कैमरा और एक्शन बरकरार रहेगा.डॉ विभा भारती, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है