छपरा. सारण जिले के सोनपुर अनुमंडल के लिए वर्ष 2025 सुनहरा साबित हुआ है. इस वर्ष सोनपुर को दो बड़े तोहफे मिले हैं. पहली बड़ी खबर यह है कि सोनपुर नगर पंचायत अब नगर परिषद के रूप में विकसित होगा. इससे सोनपुर के विकास और शहरीकरण के लिए करोड़ों रुपये की कई योजनाएं लागू होंगी. दूसरी ओर, पर्यटन और तीर्थ स्थल के रूप में प्रसिद्ध इस नगर परिषद का आयोजन क्षेत्र भी छह सौ वर्ग किलोमीटर तक विस्तृत कर दिया गया है. इससे पटना से सोनपुर का संपर्क सीधे जुड़ जायेगा और संभावना जतायी जा रही है कि यह क्षेत्र ग्रेटर पटना का हिस्सा भी बन सकता है.बिहार सरकार के अवर मुख्य सचिव ने सारण के जिलाधिकारी को जारी विज्ञप्ति में बताया कि सोनपुर नगर पंचायत को नगर परिषद में अपग्रेड करने के बाद यहां के नागरिकों को बेहतर शहरी सुविधाएं प्राप्त होंगी. पटना के नजदीक होने और पर्यटन के दृष्टिकोण से सोनपुर का महत्व बढ़ेगा. इस सूचना के बाद सोनपुर के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी है. मंत्रिमंडल ने सोनपुर आयोजन क्षेत्र के विस्तार के लिए भी मंजूरी दे दी है. जिलाधिकारी की अनुशंसा पर यह निर्णय लिया गया है कि बेहतर सड़क संपर्क और विकास की संभावनाओं को देखते हुए आयोजन क्षेत्र का विस्तार जरूरी है. अब यह क्षेत्र करीब 600 वर्ग किलोमीटर में फैलेगा, जबकि पहले यह लगभग 256 वर्ग किलोमीटर था. विस्तारित आयोजन क्षेत्र में सोनपुर, दिघवारा, दरियापुर, परसा व गड़खा प्रखंड के पंचायत शामिल किये गये हैं.
एक सप्ताह पहले जिलाधिकारी ने की थी बैठक
सारण जिला प्रभारी एवं बिहार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने नगर विकास विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर सोनपुर को नगर परिषद बनाने की सिफारिश की थी. उन्होंने बताया कि नगर पंचायत की जनसंख्या 37,776 है, जो नगर परिषद बनने के लिए आवश्यक मानदंडों पर खरी उतरती है. साथ ही सोनपुर का हरिहरनाथ मंदिर और पशु मेला इसे पर्यटन के लिहाज से भी महत्वपूर्ण बनाते हैं. वहीं एक सप्ताह पहले जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सोनपुर आयोजन क्षेत्र के जीआइएस आधारित मास्टर प्लान की इनसेप्शन रिपोर्ट को मंजूरी दी गयी थी. बैठक में विस्तार के लिए नगर विकास विभाग को प्रस्ताव भेजने का निर्णय भी लिया गया था.अब 20 साल की विकास की रूपरेखा तैयार होगी
मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी क्रिएटिव सर्कल, नागपुर ने आगामी 20 वर्षों के विकास की रूपरेखा तैयार की है. 10 मई तक संबंधित विभागों से डेटा एकत्रित करने के बाद 25 जून तक ड्राफ्ट प्लान तैयार किया जायेगा. फिर 10 जुलाई तक फाइनल ड्राफ्ट तैयार कर प्रकाशित किया जायेगा. इस पर 20 दिनों के अंदर आपत्तियां प्राप्त कर उनका निस्तारण किया जायेगा इसके बाद मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है