छपरा. जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला स्वास्थ्य समिति अमन समीर ने सोनपुर अनुमंडल अस्पताल स्थित मातृ एवं शिशु सदन और नवजात शिशु देखभाल इकाई का बुधवार को गहन निरीक्षण किया. उन्होंने अस्पताल को अधिक विकसित, सुसज्जित और नवजात शिशुओं के लिए सुरक्षित बनाने को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये.
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि एमएनसीयू को पूरी तरह से संचालित किया जाये. साथ ही यह भी आदेश दिया गया कि जब तक ऑक्सीजन प्लांट पुनः चालू नहीं हो जाता, सभी बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए पाइपलाइन व सिलिंडर की वैकल्पिक व्यवस्था की जाये. जिलाधिकारी अमन समीर ने विभिन्न आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के लिए निम्नलिखित कार्यों पर 12 घंटे के भीतर प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया. जिसमें एमएनसीयू में समुचित संख्या में एसी की व्यवस्था, वार्ड को पूर्ण रूप से सील्ड और धूल रहित बनाने की व्यवस्था, एमएनसीयू में स्पेशल केयर यूनिट के निर्माण हेतु संसाधनों की व्यवस्था, प्रसव कक्ष को पर्दों के बजाय सुसज्जित केबिन में तब्दील करना, प्रसव कक्ष और एमएनसीयू भवन को जोड़ने हेतु गलियारा (कॉरिडोर) का निर्माण शामिल है. इन सभी प्रस्तावों को 24 घंटे के भीतर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर अग्रेत्तर कार्रवाई के लिए तैयार किया जायेगा.साफ-सफाई और निगरानी पर विशेष बल
जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर की नियमित सफाई, जलजमाव से मुक्ति, और स्वच्छता बनाये रखने के लिए विशेष निर्देश दिये. साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी, सोनपुर को निर्देशित किया गया कि वे अस्पताल का औचक निरीक्षण करते रहें और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखें. निरीक्षण के समय सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी (सोनपुर), कार्यपालक पदाधिकारी (नगर पंचायत सोनपुर), जिला स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक और अन्य प्रतिनियुक्त चिकित्सक उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है